बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में कार्यरत कर्मियों से गठजोड़ कर मरीजों को गलत व अवैधानिक रूप से रोकने व प्राइवेट एम्बुलेंस से ले जाकर अन्यत्र नर्सिंग होम/प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती कराने तथा लोगों से धन उगाही करने के आरोप में 08 नफर अभियुक्त गिरफ्तार
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर थाना रामगढ़ताल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को परादर्शी व जनता के लिये सुविधाजनक बनाने तथा मरीजों से हो रही धोखाधड़ी से संबंधित अपराधों पर अंकुश लगाने एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में, पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन में व सहायक पुलिस अधीक्षक /क्षेत्राधिकारी कैण्ट गोरखपुर के पर्यवेक्षण में, थानाध्यक्ष रामगढ़ताल मय पुलिस टीम द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0-99/2024 धारा-417/420/386/188/342/336/406/120बी भादवि से संबंधित अभियुक्त 1.अमन यादव उर्फ मोनू यादव पुत्र शेषनाथ यादव निवासी ग्राम व पोस्ट रियांव थाना गगहा जनपद गोरखपुर 2.नितिन यादव उर्फ सोनू पुत्र शेषनाथ यादव निवासी ग्राम व पोस्ट रियांव थाना गगहा जनपद गोरखपु 3.रणन्जय प्रताप सिंह पुत्र राजेन्द्र प्रसाद सिंह निवासी 15,पार्वती नगर पोस्ट न्यू शिवपुरी कालोनी थाना रामगढताल जनपद गोरखपुर 4.दिनेश कुमार पुत्र बिकानू प्रसाद निवासी बिस्तुई थाना सिकरीगंज जनपद गोरखपुर 5.दीपू पुत्र स्व0 बाबू राम निवासी झुंगिया मडिला बाजार थाना चिलुआताल जनपद गोरखपुर 6. इन्द्रजीत पुत्र विरन्द्र यादव निवासी पुरैया पोस्ट गुलरिहा बाजार थाना पिपराईच जनपद गोरखपुर 7.सार्थक श्रीवास्तव पुत्र उपेन्द्र श्रीवास्तव निवासी सिंहासनपुर गायत्रीनगर 26वीं वाहिनी पीएसी थाना शाहपुर जनपद गोरखपुर 8.दीपक गुप्ता उर्फ दीपू पुत्र दीनानाथ गुप्ता निवासी निवासी झुंगिया मडिला बाजार थाना चिलुआताल जनपद गोरखपुर को गिरफ्तार किया गया । अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है ।
बताते चलें कि दिनाक 17.02.2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोरखपुर व उप मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जिला प्रशासन की सूचना पर ईशू हारिपटल रुस्तमपुर रोड पैडलेगंज स्थित नर्सिंग होम के पंजीकरण व मानकों की जाँच की गयी जांच के दौरान हास्पिटल में 03 मरीज भर्ती पाये गये परन्तु मौके पर कोई भी चिकित्सक उपस्थित नहीं मिले । हास्पिटल में मात्र पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित थे जिनकी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा इन फार्मेसी है । पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा यह बताया गया कि उक्त हास्पिटल रेनू पत्नी नितिन यादव पुत्र श्री शेष कुमार यादव द्वारा संचालित किया जाता है तथा अस्पताल डा0 रणंजय प्रताप सिंह पुत्र श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह के नाम से पंजीकृत है । हास्पिटल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त तीनों मरीज पहले बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराने हेतु गये थे जहाँ पर अभियुक्तों द्वारा मिलकर बीआरडी मेडिकल कालेज में मरीजों की उचित स्वास्थ्य सुविधाओं के ना होने की बात कहकर विश्वास में लेकर निजी अस्पताल में भर्ती कराने हेतु प्रेरित किया गया । जिसके बाद तीमारदारों को बरगलाकर मरीज को ईशू, हास्पिटल रुस्तमपुर में अच्छी व्यवस्था का झांसा देकर निजी एम्बुलेन्स से भर्ती कराया गया । ईशू हास्पिटल में भर्ती कराने के उपरान्त हास्पिटल संचालक के साथ अभियुक्तो द्वारा मिलकर तीमारदारों से लाखो रुपये जमा करा लिया गया तथा बाद में मरीज को वहां पर कोई डाक्टर अटेन्ड नही करने पर मरीज की हालत बिगड़ती जा रही थी। परिजन बार-बार डाक्टर को बुलाने की बात कह रहे थे परन्तु हास्पिटल संचालक, रेनू व उनके पति नितिन व नितिन के भाई अमन स्वयं मरीज को देख रहे थे, कोई डाक्टर एवं चिकित्सीय सुविधायें उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीज की मृत्यु हो गयी परन्तु निजी अस्पताल के संचालक नितिन व अमन द्वारा मृतक के मुँह में आक्सीजन मास्क मृतक को जीवित बताकर संचालक द्वारा ऑक्सीजन लगाकर रूपया, दवा व इन्जेक्शन के लिये धोखे से रूपया लिये जा रहे थे । जबकि मरीज की मृत्यु पहले हो चुकी थी । अन्य 02 मरीजों से भी दवा व इन्जेक्शन के नाम पर काफी पैसा ले चुके । उपरोक्त तीमारदारों के कथन के उपरान्त समस्त विषय वस्तुओं पर गोपनीय जाँच व पूछताछ व अन्य स्रोतों से प्राप्त जानकारी से यह ज्ञात हुआ कि दीपू, मनोज, अजीत, अमन, अजय व इन्द्रजीत दूसरा (व्यक्ति) अस्पतालों की दलाली करते हैं । अस्पताल संचालक रेनू उनके पति नितिन व नितिन के भाई अमन , बीआरडी के ट्राली मैन दिनेश व अन्य भी शामिल है । य…