नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चे को लगवाएं टीका:।
- आज से 15 अक्टूबर तक चलेगा विशेष अभियान
सीतापुर। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को गति प्रदान करने के लिए जिले में बुधवार सात सितंबर से विशेष अभियान शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य बच्चों में होने वाले संक्रमण एवं गंभीर जानलेवा बीमारियों से बचाव तथा बाल मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिये उन्हें प्रतिरक्षित करना है। यह विशेष अभियान 15 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।
एसीएमओ व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ. पीके सिंह ने बताया कि इस अभियान के दौरान नियमित टीकाकरण से छूटे सभी बच्चों काे संबंधित टीका लगाया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील भी कि है कि यदि उनके परिवार का कोई भी बच्चा नियमित टीकाकरण से छूटा हुआ है तो वह इस अभियान के तहत किसी भी स्वास्थ्य इकाई पर पहुंच कर अपने बच्चे को छूटा हुआ टीका लगवा लें। बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए समय से निर्धारित टीके लगवाना बहुत ही जरूरी है। जिससे उनका बच्चा पोलियो, हिपेटाइटिस, टीबी, डीपीटी, टिटेनस, डिप्थीरिया, काली खांसी, हिपेटाइटिस बी, मेनिंजाइटिस, टिटेनस, पोलियो, खसरा व निमोनिया (हेमोफिल्ट्स इंफ्लुएंज़ा टाइप बी संक्रमण) जैसी बीमारियों से सुरक्षित रहें। उन्होंने बताया कि यह टीकाकरण पूरी तरह से निःशुल्क है।
इनसेट ---
शिशु को कब, कौन टीका लगेगा ---
बीसीजी - जन्म के समय या फिर जन्म के एक साल के अंदर
हेपेटाइटिस बी (बर्थ डोज) - जन्म के समय या फिर जन्म के एक साल के अंदर
ओपीवी- 0 - जन्म के समय या फिर जन्म के 15 दिन के अंदर
ओपीवी- 1 - जन्म के 6 सप्ताह में
ओपीवी- 2 - जन्म के 10 सप्ताह में
ओपीवी- 3 - जन्म के 14 सप्ताह में
डीपीटी- 1 - जन्म के 6 सप्ताह में
डीपीटी- 2 - जन्म के 10 सप्ताह में
डीपीटी- 3 - जन्म के 14 सप्ताह में
हेपेटाइटिस बी- 1 - जन्म के 6 सप्ताह में
हेपेटाइटिस बी- 2 - जन्म के 10 सप्ताह में
हेपेटाइटिस बी- 3 - जन्म के 14 सप्ताह में
खसरा - जन्म के 9 माह से लेकर 12 माह के मध्य
विटामिन ए, पहली खुराक - जन्म के 9वें माह पर खसरे के टीके के साथ
इनसेट ---
बच्चे को कब, कौन टीका लगेगा ---
पहला डीपीटी बूस्टर - 16 से 24 माह की उम्र में
ओपीवी बूस्टर - 16 से 24 माह की उम्र में
विटामिन ए, दूसरी खुराक - 16 माह की उम्र में
विटामिन ए, तीसरी से नौंवी खुराक - दूसरी खुराक के बाद प्रत्येक 6 माह पर
दूसरा डीपीटी बूस्टर - 5 से 6 साल की उम्र में
टीटी - 10 से 16 साल की उम्र में