चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था, जायजा लेते रहे अधिकारी
मंदिर के अंदर जाने के लिए मेटल डिटेक्टर से हो रही थी चेकिंग
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर गोरखनाथ मकर संक्रांति पर्व पर पंद्रह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने महायोगी गुरु श्रीगोरक्षनाथ को खिचड़ी अर्पित कर अपने और अपने प्रियजनों के लिए मंगलकामना की।
गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट लिखकर खिचड़ी पर्व के सफल आयोजन के लिए सबका आभार जताया है।
एक्स पर योगी ने लिखा कि ‘देश की समृद्ध विरासत एवं सांस्कृतिक एकता के प्रतीक पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर आज श्रीगोरक्षनाथ मंदिर में 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शिवावतारी महायोगी गुरु श्रीगोरक्षनाथ को आस्था की खिचड़ी अर्पित। पर्व के सफल आयोजन हेतु योगी ने स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम, सभी धार्मिक-सामाजिक संगठनों व स्वयंसेवकों को साधुवाद दिया।
वाच टावरों से हो रही थी निगरानी, एटीएस के जवान थे सतर्क
गुरु गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी मेला को लेकर सुरक्षा के व्यवस्था व्यापक स्तर पर किए गए थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पूरे मेला परिसर का जायजा ले रहे थे और अपने मातहतों को लगातार दिशा निर्देश दे रहे थे। इस बार भी मेला परिसर में एटीएस को तैनात किया गया था। मेला में जाने के लिए पुलिसकर्मी एक नंबर गेट से लोगों को जाने दे रहे थे तो वही मंदिर के अंदर जाने के लिए गेट नंबर दो और तीन से भेजा जा रहा था। गोरखनाथ मंदिर के सभी गेटों पर भारी पुलिस बल भी तैनात किए गए थे तो वहीं यातायात व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालित करने के लिए भारी मात्रा में यातायात पुलिस के साथ फोर्स भी लगाई गई थी।
बतातें चले कि सुरक्षा के लिहाज से मंदिर परिसर को तीन सुपर जोन, 10 जोन व 25 सेक्टर में बांटा गया है। सुरक्षा में छह एएसपी, 20 सीओ, 70 निरीक्षक, 425 दारोगा, 1325 आरक्षी, 30 महिला दारोगा और 300 महिला सिपाही मुस्तैद किये गये थे। इसके अलावा एटीएस कमांडो की टीम, कंपनी आरएएफ व पीएसी के और होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गये थे।
मेला परिसर की निगरानी के लिए नौ वाच टावर बनाएं गए है। यह टावर साधना भवन काली मंदिर के पश्चिम दक्षिण मेला क्षेत्र पीएनबी के छत पर, उत्तरी पूर्वी गेट नंबर 3 के पास 4 नंबर गेट के पास सवेरा मिष्ठान के ऊपर, ओपन थिएटर के कोने पर मंदिर के मुख्य द्वार पुरुष के बगल के ऊपर मंदिर के मुख्य द्वार महिला के बगल के ऊपर बनाये गये थे। मेला में आने वाले श्रद्वालुओं के लिए पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए थे जहाँ पर वाहनों को खड़ा कराया जा रहा था। मेला थाना के पास कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां से सीसी कैमरे के जरिए मानिटरिंग की जा रही थी। मेला परिसर में पी ए सिस्टम भी लगाए गये हैं जहां से लगातार अनाउंसमेंट लगातार किए जा रहे थे। खोए एवं गायब हुए लोगों को इसी के जरिए मिलाया जा रहा था।
बता दें कि सुबह से ही खिचड़ी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी जिसमें सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन ने भारी मात्रा में चाक-चौबंद व्यवस्था किए थे। मेला परिसर में चोर उच्चको से बचने के लिए लगातार लोगों को सतर्क किया जा रहा था। मंदिर में गाड़ियों के जाने पर प्रतिबंध था केवल वही गाड़ी जा रहे थे जिन पर पास लगा हुआ था। वाहनों का रोकने के लिए जगह-जगह बैरियर लगाए गए थे और पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था। मंदिर के अंदर जाने के लिए गेट के बाहर से ही लंबी लाइन लगी हुई थी जिसके लिए पुलिसकर्मी और से ही लगे हुए थे।