ऑनलाइन शिकायत के मकड़जाल में उलझा विद्युत उपभोक्ता
लगातार चार बार शिकायत करने के बावजूद प्रीपेड मीटर से बहाल नहीं हो सकी आपूर्ति
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर सरकार एक तरफ बिजली विभाग को आधुनिक बनाने और विधुत आपूर्ति में सुधार करने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ विभाग उपभोगताओं से आंख मिचौली खेलने में जुटा है।
मामला शहर की प्रतिष्टित भलोटिया मार्किट से जुड़ा है है। भालोटिया मार्किट में देशी दवा घर के उपर एक गोदाम है जिसमें पोल से लाइट नहीं आ रही है, यहाँ प्रीपेड कनेक्शन है।
जुलाई माह की 28 तारीख को जलकल कंप्लेंट सेंटर पर उपभोक्ता ने इसकी शिकायत किया। वहां जाने पर शिकायत दर्ज कर लिया गया साथ ही वहां के कर्मचारियों ने कहा 1912 पर शिकायत कर दीजिए, आधे घंटे में लाइट जुड़ जाएगी।
इसके बाद दुकानदार ने शिकायत दर्ज करा दिया जिसका दूसरे दिन निस्तारण दिखाया गया लेकिन समस्या जस की तस बनी रही।
इसके बाद उपभोक्ता ने लगातार तीन अलग अलग तिथियों में शिकायत की और हर बार शिकायत करने के दूसरे दिन स्टेटस शिकायत के निस्तारण का दिखाया जाता रहा। इस प्रकार विद्युत उपभोक्ता ऑनलाइन शिकायत के मकड़जाल में उलझ कर रह गया लेकिन समस्या का समाधान नही हो सका।
अब सवाल ये उठता है कि आधुनिकीकरण की दौड़ में शामिल विधुत विभाग इस तरह की समस्याओं को लेकर कब सजग होगा, जबकि उपभोक्ता लगातार अपनी समस्या समाधान के लिए विभाग का चक्कर काट रहा है।