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दो लाख में बीके यूपीटीईटी के पेपर अभ्यर्थियों से 50000, एडवांस लिए बाकी पेपर के बाद मांगे गए रात भर बिका पर्चा

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दो लाख में बीके यूपीटीईटी के पेपर

अभ्यर्थियों से 50000, एडवांस लिए बाकी पेपर के बाद मांगे गए रात भर बिका पर्चा




दलालों के पास मिले सैकड़ों परीक्षार्थियों के नंबर

फोटो खींचकर लिक किया गया पर्चा

गोरखपुर यूपी टीईटी पेपर लीक कांड में यह खुलासा हुआ है कि पेपर रात में ही बाहर आ गए थे दलालों ने ₹200000, में इन पेपर का सौदा किया था इसके लिए 50000, एडवांस में लिए गए बाकी पैसे पेपर बात देने का सौदा हुआ था। प्रयागराज मेरठ शामली सहित कई बड़े शहरों में बड़े पैमाने पर पेपर बेचे गए थे। एसटीएफ ने प्रयागराज में 20 छात्रों को हिरासत में लिया है जिन्होंने पेपर खरीदे थे। उधर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरे प्रदेश से 23 गिरफ्तारियां हो चुकी है प्रयागराज मेरठ शामली गोरखपुर ,में छापेमारी जारी है ।गिरफ्तारो की संख्या और बढ़ेगी।


शामली के 3 जालसाजो ने 60 लोगों को बेचा था पर्चा ।शामली से जिन तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है जानकारी के मुताबिक इनके संपर्क में 60 लोग थे। इन्हें 50000 ₹50000 में पर्चा देने की बात सामने आई है इनके मोबाइल में मिली नंबरों के आधार पर एसटीएफ बाकी लोगों से पूछताछ कर रही है।
कहां से लिक हुआ पर्चा, जांच जारी
प्रयागराज वह मेरठ से पेपर लीक होने की बात सामने आ रही है प्रश्न पत्र के कोषागार के डबल लाक में रखने के बावजूद कैसे लिक हुआ। दरसल एजेंसी की ओर से प्रश्न पत्र को जिला मुख्यालय में पहुंचा दिए जाने के बाद ।डीएम संजय कुमार खत्री, एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, डीआईओएस आर्यन विश्वकर्मा, की पूरी जिम्मेदारी थी कि प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्र तक सुरक्षित पहुंचाया जाए ।एसटीएफ सूत्रों को मथुरा से पेपर लीक होने का भी संदेह है।
यूपी टेट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने की के बारे में प्रयागराज से एसटीएफ ने 23 संदिग्धों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। आखिर इन लोगों के पास प्रश्न पत्र कैसे पहुंचा।
पहली बार सीसीटीवी सर्विस लांस की व्यवस्था की गई थी जिसका मकसद था हर हाल में नकल विहीन परीक्षा कराना इसे हर परीक्षा केंद्र पर एक्टिव किया गया था दावा किया गया था किस की मदद से किसी गड़बड़ी को पकड़ लिया जाएगा लेकिन यह दावा पहली परीक्षा में ध्वस्त हो गया परीक्षा शुरू होते ही पेपर लीक हो गया।
एक नजर यूपीटेट पर
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यूपीटीईटी 2021 के लिए ऑनलाइन आवेदन 7 अक्टूबर 2021 से आमंत्रित किए गए थे।
इसमें पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर निर्धारित की गई थी।
प्राथमिक स्तर एवं उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा को मिलाकर कुल 2165181 अभ्यर्थी शामिल होने थे।
2019 में आए थे 16 लाख आवेदन कोरोनावायरस महामारी के कारण 2020 में एग्जाम नहीं हुआ।
पहली बार 12 नवंबर 2011 में यूपीटीईटी परीक्षा कराई गई थी।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक और उच्च प्राथमिक शिक्षक सरकारी विद्यालयों में बनने के लिए या परीक्षा पास करना अनिवार्य है। हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला चीफ ब्यूरो धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
[4:25 pm, 28/11/2021] धर्मेंद्र कुमार श्रीवास्तव गोरखपुर एचबीएन: नौकरी और विदेश भेजने के नाम पर  ठगी करने वालो के खिलाफ गोरखपुर पुलिस  ने चलायी मुहिम



गोरखपुर। नौकरी के नाम पर या विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगारों को ठगों से शिकार होना पड़ता था आए दिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा के कार्यालय में प्रार्थना पत्रों का अंबार लगता था कि विदेश भेजने के नाम पर या नौकरी दिलाने के नाम पर हमारे साथ ठगी हो गया एसएसपी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए ईगल डेस्क हेल्पलाइन का गठन कर नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार को नियुक्त किया अब ठगी के शिकार हुए व्यक्तियों को इधर-उधर दौड़ना नहीं पड़ेगा ठगों से मुक्ति दिलाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा की पहल से हजारों ठगों के शिकार हुए पीड़ितों को न्याय मिलना स्वाभाविक है आज रविवार को पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में ठगी के शिकार हुये फरियादी अपने-अपने प्रार्थना पत्रों को लेकर ईगल नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार के समक्ष पेस होकर अपनी पीड़ा सुनाई एसपी सिटी सोनम कुमार ने ठगी के शिकार हुए पीड़ितों को आश्वस्त किया कि ठगी के शिकार हुए सभी की समस्याओं का निराकरण त्वरित गति से निस्तारण करने का कार्य किया जाएगा अब यह कार्य आपका नहीं है यह हमारा है ठगों के शिकार हुए प्रार्थना पत्र लेकर आए फरियादियो से कहा कि आप लोगों के अलावा अन्य भी कोई अगर ठगी का शिकार हुआ है तो वह भी प्रार्थना पत्र आ कर दे उनकी भी समस्याओं का समाधान किया जाएगा
  आज ठगी के शिकार हुए पीड़ित बेरोजगार युवाओ के साथ मीटिंग कर उनकी समस्याओ को सुना गया। मीटिग में कुल 65 ठगी के शिकार हुए पीड़ित व्यक्ति शामिल हुए तथा शामिल हुए पीड़ित व्यक्तियो से कुल 40 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिनमें से 17 प्रार्थना पत्र नौकरी देने के नाम पर तथा 23 प्रार्थना पत्र विदेश भेजने के नाम पर प्राप्त हुए। प्राप्त प्रार्थना पत्रो में से 35 प्रार्थना पत्रो मे जांच कर तत्काल अभियोग पंजीकृत करने व शेष 05 प्रार्थना पत्रो में पंजीकृत अभियोग के त्वरित निस्तारण हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। फर्जी पासपोर्ट व वीजा बनवाकर विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग/व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जा रही है तथा चिन्हित गैंग्स के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट के तहत भी कार्यवाही की जाएगी । जनपद गोरखपुर में प्रत्येक माह लगभग दो हजार से अधिक पासपोर्ट के आवेदन प्राप्त होते है ।  ठगी का शिकार हुए लोगो को सुझाव दिया गया कि नौकरी दिलाने, फर्जी पासपोर्ट/वीजा बनवाकर विदेश भेजने वाले किसी व्यक्ति के झांसे मे न आये एवं सतर्क रहे । झांसा देने वालो की जानकारी मिलने पर तत्काल नजदीकी थाने को सूचित करे।हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला चीफ ब्यूरो धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

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