सपा नेता पवन सिंह गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों के समर्थन में आगे आए
विश्विद्यालय प्रशासन अविलंब छात्रों के हित मे फैसला ले अन्यथा हम सब आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे- पवन सिंह
गोरखपूर/ समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पवन सिंह अपने सैकड़ो समर्थको के साथ दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय पहुच गए। गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है विश्विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के भविष्य को देखते हुए सपा नेता पवन सिंह छात्रों के समर्थन में खड़े हो गए है। सपा नेता पवन सिंह जब गोरखपुर विश्वविद्यालय में धरना दे रहे छात्रों के बीच पहुचे तो सभी छात्र पवन सिंह को अपने बीच पाकर खुश हो गए पवन सिंह जिन्दाबाद के छात्र नारे लगाने लगे छात्रों का कहना था कि हमारी आवाज़ को दबाया जा रहा है हमारा भविष्य अंधकार में है अब शायद क्रांतिकारी नेता पवन सिंह के आ जाने से कुछ फैसला सामने आने की उम्मीद जगी है वही समाजवादी पार्टी के नेता पवन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्र छात्राओं के भविष्य को देखते हुए तत्काल छात्रों के हित मे फैसला लेना चाहिए। 940 शोधार्थी विधायर्थियो का भविष्य विश्विद्यालय प्रशासन की वजह से अंधकार में फंसा हुआ है। इस ठंड में छात्र धरने पर बैठे है अपनी जायज मांगो को लेकर अगर किसी छात्र का स्वास्थ्य बिगड़ गया या कोई अनहोनी हो गयी तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। सपा नेता पवन सिंह ने आगे कहा कि प्री-पीएचडी की परीक्षा छह महीने में हो जानी थी, वह ढाई साल बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन कराने में असमर्थ रहा। छह बार छात्रों ने धरना दिया। अब मुश्किल यह है कि अगर प्रमोट नहीं किया जाता है तो कई लोगों की समयावधि समाप्त हो जाएगी। इसके चलते वे पीएचडी नहीं कर पाएंगे। मेरी विश्विद्यालय प्रशासन से अपील है कि अविलंब धरना समाप्त करवाए और छात्रों की मांगें पूरी करे ताकि छात्र अपनी पढ़ाई कर सके। आपको बता दे कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में वर्ष 2019-20 के प्री-पीएचडी छात्रों का धरना सोमवार को चौथे दिन भी जारी है धरने में 50 से ज्यादा छात्राओं के आने से विश्वविद्यालय प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गईं। छात्रों ने कहा कि प्रमोट करने का लिखित आश्वासन मिलने पर ही धरना समाप्त होगा। उधर, पूरे घटनाक्रम पर राजभवन भी नजर बनाए हुए है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने दीक्षांत समारोह का हवाला देकर छात्रों से धरना समाप्त करने की अपील की है। धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन अड़ियल रवैया अपनाए हुए है। वार्ता को हम तैयार हैं, लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी आए। शोधार्थियों का कहना है कि सभी को एक साथ प्रमोट किया जाए। जनवरी के प्रथम सप्ताह में सभी का पीएचडी में पंजीकरण कर लिया जाए। हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला चीफ ब्यूरो धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव