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स्वास्थ्य कर्मियों ,फ्रंटलाइन वर्करों व बुजुर्गों ने उत्साह के साथ लिया बूस्टर डोज, बोले- सुरक्षा का प्रतीक है यह डोज

 नमस्कार आप देख रहे हैं हम भारती न्यूज़

संवाददाता मोहम्मद अशरफ जिला ब्यूरो चीफ सारण बिहार

स्वास्थ्य कर्मियों ,फ्रंटलाइन वर्करों व बुजुर्गों ने उत्साह के साथ लिया बूस्टर डोज, बोले- सुरक्षा का प्रतीक है यह डोज





•    60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों ने भी ली प्रीकॉशनरी डोज
•    जिला मुख्यालय समेत सभी प्रखंडों में शुरू हुआ टीकाकरण
•    कोविन पोर्टल पर अलग से रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं
छपरा,10 जनवरी। जिले में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। ऐसे में इससे सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम किये जा रहे हैं। सोमवार से जिले में हेल्थ केयर वर्करों, फ्रंटलाइन वर्करों और 60 वर्ष अधिक उम्र के बुजुर्गों को प्रीकॉशनरी डोज (बूस्टर डोज) का टीका लगाने की शुरूआत की गयी है। जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल समेत सभी पीएचसी और सीएचसी पर बूस्टर डोज का टीका लगाया गया। जहां उत्साह के साथ अपने जीवन को सुरक्षित करने के लिए काफी संख्या में हेल्थ वर्करों और फ्रंटलाइन वर्करों ने बूस्टर डोज का टीका लिया। आशा कार्यकर्ता, नर्स, चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, सफाई कर्मी, एंबुलेंस चालक, सुरक्षा गार्ड, जिला प्रशासन के कर्मी अधिकारी और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने अपना टीकाकरण और कोरोना मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने तथा खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित करने में अपना योगदान दिया।

प्रीकॉशन डोज का दिया गया प्रमाण पत्र:
बूस्टर डोज लगवाने वाले सभी लाभार्थियों को एक सर्टिफिकेट जारी किया गया। जिस तरह पहली और दूसरी डोज लगने पर सर्टिफिकेट मिला था। उसी तरह प्रीकॉशन डोज लगने के बाद भी सर्टिफिकेट जारी किया गया। हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग प्रीकॉशन डोज के लिए पात्र होंगे । इसके अलावा, ये डोज दूसरी डोज के 9 महीने बाद यानी दूसरी खुराक देने की तारीख से 39 सप्ताह पर दी जाएगी। इसके अलावा, गाइडलाइन के अनुसार प्रीकॉशनरी डोज के लिए पात्र होने पर लाभार्थियों को कोविन से एक टेक्स्ट मैसेज भेजा जाएगा।

समरूप वैक्सीन की दी गयी डोज:
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि बूस्टर डोज के रूप में जिस व्यक्ति को जिस वैक्सीन की दोनों डोज दी गयी है उसी वैक्सीन की एक और डोज प्रीकॉशन डोज के रूप में लगायी जा रही है। बूस्टर डोज के लिए अलग से कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करने की जरूरत नहीं है। पहले से हीं उन सभी लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन कोविन पोर्टल पर है। वहीं पर प्रीकॉशन डोज देने का ऑप्शन है।

जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकतर कर्मियों ने ली बूस्टर डोज:
पहले हीं दिन जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, आरबीएसके के जिला समन्वय डॉ. अमरेंद्र कुमार, गौरव कुमार, डॉ. रिया कुमारी समेत अन्य कर्मियों ने एक साथ बूस्टर डोज ली और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्करों से बूस्टर डोज लेने की अपील की।

एडीएम बोले- सुरक्षा का प्रतीक है प्रीकॉशन डोज-
सदर अस्पताल में प्रीकॉशन डोज लेने के बाद अपर समहर्ता डॉ. गगन ने कहा कि तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। ऐसे में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। जो भी पात्र लाभार्थी हैं उन्हें समय पर बूस्टर डोज भी लेना जरूरी है। सरकार के द्वारा अब बूस्टर डोज देने का कार्य शुरू कर दिया गया है। यह सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क है। जिला मुख्यालय समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह टीका लगाया जा रहा है। प्रीकॉशन डोज सुरक्षा का प्रतीक है। क्योंकि तीसरी लहर से सुरक्षा में यह टीका कारगर साबित होगा।

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