24 कक्षीय भवन सिविल कोर्ट परिसर में व्याप्त दुर्व्यवस्था, उपेक्षा का शिकार
24 कक्षीय भवन ख़राब लिफ्ट से वरिष्ठ व जूनियर अस्वस्थ अधिवक्ताओं के लिये संकट की स्थिति उत्पन्न- एडवोकेट प्रवीन शुक्ला
*कई दिनों से खराब है लिफ्ट जिससे अधिवक्ताओं को हो रहीं मुश्किल - एडवोकेट आशीष पांडेय
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर मण्डल व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर। दिवानी कचहरी मे नव निर्मित 24 कक्षीय भवन सिविल कोर्ट परिसर में व्याप्त दुर्व्यवस्था, उपेक्षा, भ्रष्टाचार का प्रतीक सा है। निर्माण की तमाम खामियों, ख़राब रखरखाव, जिम्मेदारों की लापरवाही, नेतृत्व की चुप्पी व जवाबदेही के अभाव ने अधिवक्ताओं के लिये परिस्थितियाँ को बेहद ही मुश्किल कर दिया है।उपयोग करने वालों की बहुत बड़ी संख्या के अनुपात में बेहद ही अविवेकी रूप में दो लिफ्ट दी गयी फिर रोजाना ख़राब लिफ्ट वरिष्ठ व अस्वस्थ अधिवक्ताओं के लिये संकट की स्थिति उत्पन्न कर रहा है साथ ही साथ कार्यव्यहार के व्यस्त समय में हर अधिवक्ता चाहे किसी आयुवर्ग का हो विशेषकर जूनियर साथियों को तेजी से अनेक बार जाना-आना पड़ता है,ऐसे में यह उनके स्वास्थ्य के लिये भी बुरा है। लगभग हर फ्लोर पर स्थित यूटिलिटी (बाथरूम आदि) बेहद खराब स्थिति में है उपयोग तो दूर बगल से गुजरने पर तेज बदबू आती है। इस समय गोरखपुर में डेंगू का विशेष प्रकोप है ऐसे में सिविल कोर्ट का अधिवक्ता भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है ।इन सभी बिंदुओं को जिला जज महोदय व अन्य के संज्ञान में देते हुए त्वरित व उचित कार्यवाही का दबाव बनाया जाना आवश्यक है जिसक्रम में मा0अध्यक्ष/मंत्री जी व कार्यकारिणी के माध्यम/नेतृत्व में जिला जज महोदय से दृढ़ता से सिविल कोर्ट परिसर के बेहद ही खस्ताहाल मेंटिनेंस को दुरुस्त करावाने व बाथरूम, लिफ्ट, प्रकाश आदि व्यवस्थाओं के जिम्मेदार व्यक्तियों की जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए उनके सम्पर्क नंबर उपलब्ध कराने हेतु वार्ता आवश्यक है ।इससे पहले ही उपेक्षा से कोई अपूर्णीय क्षति हो। य़ह जानकारी मीडिया को एडवोकेट प्रवीन कुमार शुक्ला प्रत्याशी कोषाध्यक्ष पद बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट गोरखपुर ने दी।