बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर संबंधित विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने दी निर्देश
सभी उप जिलाधिकारी बाढ़ से संबंधित सभी स्थलों का करें निरीक्षण
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास खबर
गोरखपुर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बुधवार को विकास भवन सभागार में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर संबंधित विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ से संबंधित सभी संवेदनशील स्थलों का स्थलीय निरीक्षण करके एक विस्तृत रिपोर्ट एक सप्ताह के अन्दर कार्यालय में प्रस्तुत करें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि जनपद में जो भी सड़क व नालों की मरम्मत के कार्य हो रहे है उनको अतिशीघ्र ससमय पूर्ण कर लें, साथ ही बाढ़ खण्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि रेगुलेटर तथा तटबंधों के अनुरक्षण एवं मरम्मत का कार्य समय से पूर्ण कर लिया जाये। बैठक के दौरान अपर जिला अधिकारी(वि/रा0) विनीत कुमार सिंह ने बताया की गोरखपुर बहुआपदा प्रभावित क्षेत्र है और प्रत्येक वर्ष पूर्ण व आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित होता है। पूर्व अनुभव के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित करके सभी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है। बताया कि बाढ़ सुरक्षा समितियों का गठन कर लिया गया है, नविको व गोताखोरों को सेफ्टी किट प्रदान किये जा रहे हैं। सिंचाई विभाग ने बताया कि जनपद में प्रवाहित नदियों एवं बाढ़ से सुरक्षा हेतु निर्मित तटबंधों तथा बाढ़ बचाव हेतु वर्तमान में 26 परियोजनाएं चल रही है जिसमें से 12 पूरी हो चुकी है और बाकी 15 जून तक पूरी कर ली जायेंगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि विशेष रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पशुओं का टीकाकरण का किया जा रहा है तथा चारा व दवाईयों की पर्याप्त व्यवस्था कर ली जायेगी। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सीएचसी/पीएचसी अलर्ट मोड़ में रहेंगी वहां पर किसी भी प्रकार की दवाइयों व स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। नगर आयुक्त ने अवगत कराया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माणाधीन नालों को समय से पूर्ण करा लिया जाय, जिससे की शहरी क्षेत्र में होने वाले जलभराव से बचा जा सके। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण कर लें और साथ ही कहा कि बारिश के जलजमाव से निजात पाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पम्पों की व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित करते हुए कहा कि समन्वय बनाकर कार्य करें। बाढ़ चौकियों का गठन, साइनेज बोर्ड, बाढ़ सुरक्षा समिति, कंट्रोल रूम तथा ग्रामीण क्षेत्र के संभ्रांत लोगों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर कार्य किया जाए। कृषि विभाग को निर्देश दिया कि सभी कृषकों के फसलों का, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का रजिस्ट्रेशन अवश्य कर लें ताकि बाढ़ प्रभावित फसलों की रिकवरी सुचारू ढंग से प्रदान किया जा सके।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर मृणाली अविनाश जोशी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।