हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
बहराइच आज दिनांक 23.08.2024 को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षी सीधी भर्ती लिखित परीक्षा को जिलाधिकारी महोदय श्रीमती मोनिका रानी व पुलिस अधीक्षक महोदय श्रीमती वृन्दा शुक्ला के निर्देशन में सकुशल सम्पन्न कराया गया । जनपद बहराइच में पुलिस आरक्षी सीधी भर्ती लिखित परीक्षा 11 केन्द्रों पर 02 पालियों में दिनांक 23 24, 25, 30 एवं 31 अगस्त 2024 को प्रस्तावित है, जिसमें आज दिनांक 23.08.2024 जनपद बहराइच के 11 परीक्षा केन्द्रों पर दोनों पालियों में कुल 9216 अभ्यर्थी परीक्षा हेतु सम्मिलित होने थे जिसमें से प्रथम तथा द्वितीय पाली में क्रमशः 3084 (66.92%) व 3204 (69.53%) अभ्यर्थी सम्मिलित हुए।
पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु महोदय द्वारा लगातार भ्रमणशील रहकर परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरों तथा समस्त सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया गया । परीक्षा केन्द्रों पर लगे सेक्टर मजिस्ट्रेट/ स्टैटिक मजिस्ट्रेट/ परीक्षा केन्द्र व्यवस्थापक, ड्यूटी पर लगे पुलिस अधिकारी/ कर्मचारीगण द्वारा उक्त परीक्षा को शुचितापूर्ण, निर्विवाद व शान्तिपूर्ण सकुशल सम्पन्न कराया गया । साथ ही साथ यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ व सुचारू रूप से संचालित करने हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में यातायात प्रभारी प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक श्रीमती हर्षिता तिवारी के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस, यातायात पुलिस व डायल-112 पी.आर.वी. 112 द्वारा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर, रोडवेज, रेलवे स्टेशन तथा परीक्षा केन्द्र के आस-पास लगातार सतर्क दृष्टि बनाए रखी गई व जनपद पुलिस, मीडिया सेल द्वारा टेलीग्राम, ट्विटर, फेसबुक व्हाट्सएप सहित अन्य विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार सतर्क दृष्टि रखते हुए निगरानी की जा रही है । महोदय द्वारा जनपदीय स्वॉट टीम/ एसओजी/ क्राइम ब्रान्च/ साइबर सेल/ अभिसूचना इकाई को परीक्षा के दृष्टिगत साल्वर गैंग, नकल माफिया आदि अराजक तत्वों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिये गये ।
परीक्षा के दौरान अपर जिला मजिस्ट्रेट वि./रा. श्री गौरव रंजन श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्री रामानन्द कुशवाहा, क्षेत्राधिकारी मिहींपुरवा श्री हीरालाल कनौजिया द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय में स्थापित जनपद कन्ट्रोल रुम मौजूद रहकर लगातार परीक्षा केन्द्रों की निगरानी की गयी।