हम भारती न्यूज़
संवाददाता मोहम्मद अशरफ जिला ब्यूरो चीफ सारण बिहार
पेंशन से संबंधित मामलों के 45 आवेदनों पर हुई सुनवाई
इनमें एजी ऑफिस से संबंधित 28 मामले, विभिन्न विभागों से संबंधित 12 मामले तथा बैंकों से संबंधित 5 मामलों की हुई सुनवाई
वरीय उप लेखा नियंत्रक (पेंशन), महालेखाकार का कार्यालय, बिहार, पटना के निदेशानुसार सारण जिले से संबंधित पेंशन भोगियों के पेंशन लाभ के तत्काल निपटारे और शिकायत के निवारण के लिये गुरुवार को समाहरणालय सभागार में पेंशन अदालत का आयोजन किया गया।दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। बताया गया कि एजी ऑफिस की पहल से जिला प्रशासन के तत्वावधान में पहली बार इस प्रकार से पेंशन अदालत का आयोजन किया गया है। महालेखाकार कार्यालय से शिरकत कर रहे उप महालेखाकार (पेंशन) श्री संजय कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि सेवानिवृत्ति के साथ ही लोगों का पेंशन चालू हो जाना चाहिये जिससे उनका जीवन सरल बना रहेगा। कुछ स्तरों से अनावश्यक विलंब के कारण पेंशन मिलने में विलंब होता है। अगर समय से सभी आवश्यक प्रपत्र एवं दस्तावेज महालेखाकार कार्यालय में भेज दिये जायें तो ससमय पेंशन प्राधिकार निर्गत हो जायेगा। उन्होंने कहा कि महालेखाकार कार्यालय स्तर से एक माह के अंतर्गत पेंशन प्राधिकार निर्गत करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पेंशन से संबंधित किसी भी समस्या में संबंधित पेंशनर, संबंधित विभाग(डीडीओ), महालेखाकार कार्यालय, कोषागार एवं बैंक ही पार्टी होते हैं। यह देखना आवश्यक होता है कि जो भी समस्या है उसका कारण क्या है तथा उसके निवारण के लिये किस स्तर से कार्रवाई अपेक्षित है। अगर सही स्तर से समय पर सही कार्रवाई होगी तो समस्या का त्वरित निराकरण हो जायेगा। पेंशन अदालत में बड़ी संख्या में पेंशनर्स शामिल हुये। कुल 45 लोगों ने पेंशन से संबंधित विभिन्न तरह की समस्याओं को लेकर आवेदन दिया। एक एक कर उनकी समस्याओं की सुनवाई की गई। इनमें से एजी ऑफिस स्तर से संबंधित 28 मामले, विभिन्न विभाग स्तर (डीडीओ) से संबंधित 12 मामले तथा बैंकों से सम्बंधित 5 मामले थे। संबंधित विभाग एवं बैंक के पदाधिकारियों को समस्या के निराकरण को लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। इस अवसर पर बंदोबस्त पदाधिकारी श्री संजय कुमार, एजी ऑफिस के वरीय लेखा पदाधिकारी श्री अरविंद प्रसाद सिंह, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी, विभिन्न निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी, विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में पेंशनर्स उपस्थित थे।