हम भारती न्यूज़
मंडल ब्यूरो चीफ राजेश्वर सिंह
संभल से खास खबर
सदस्य राज्य महिला आयोग द्वारा महिला उत्पीड़न एवं महिलाओं से संबंधित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं संबंधी जनसुनवाई/जागरूकता चौपाल का किया गया आयोजन*
जनपद सम्भल- आज दिनांक 09 जुलाई 2025 को लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन, सम्भल में राज्य महिला आयोग की सदस्या श्रीमती अवनी सिंह के द्वारा प्रथम सत्र में महिला उत्पीड़न से संबंधी शिकायतों के दृष्टिगत जनसुनवाई की गई, जिसमें 04 प्रकरण मा सदस्या के समक्ष प्रस्तुत हुए, जिसमें 02 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर किया गया शेष 02 प्रकरण भूमि से संबंधी होने के दृष्टिगत सम्बंधित अधिकारी को नियमानुसार कार्यवाही किए जाने हेतु अग्रसारित किया गया।
द्वितीय सत्र में महिलाओं से संबंधित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं संबंधी जागरूकता चौपाल का आयोजन तहसील सभागार, तहसील सम्भल में किया गया। चौपाल/शिविर में बाल कल्याण समिति सम्भल की सदस्य श्रीमती नूतन चौधरी ने बाल कल्याण समिति के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 18 वर्ष से कम आयु के ऐसे बालक जिन्हें देखरेख एवं सरंक्षण की आवश्यकता है उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष अवश्य प्रस्तुत किया जाए, जिससे कि बालक के सर्वोत्तम हित को दृष्टिगत रखते हुए उचित कार्यवाही की जा सके। सामाजिक कार्यकर्ता निधि पटेल ने महिला सशक्तिकरण के बारे में बताते हुए कहा कि इसका अर्थ महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर सशक्त बनाना, ताकि वे अपने जीवन के सभी पहलुओं पर नियंत्रण रख सके और पुरुषों के समान अवसर प्राप्त कर सकें, जिससे कि महिलाओं में आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाया जा सके ताकि वे अपने निर्णय स्वयं ले सके और सामाजिक परिवर्तन में योगदान दे सकें जैसे कि महिलाओं को शिक्षित करना उन्हें सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण पहलू है। डॉ सचिन सक्सेना मेमोरियल एजुकेशनल सोसायटी से डॉ ऋतु सक्सैना द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य सम्बन्धी जागरूकता प्रदान की और बताया कि किस प्रकार महिलाओं में वर्तमान में स्तन कैंसर जैसी तमाम बीमारियों में बढ़ोत्तरी हो रही है जिसका प्रमुख कारण है महिलाओं का अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक न होना, महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण पर ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच एवं परिवार नियोजन सेवाओं की उपलब्धता महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद करती है। बबीता रानी, केंद्र प्रबंधक, वन स्टॉप सेंटर ने वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित, भूली भटकी, संकटग्रस्त बालिकाओं/महिलाओं को अल्पावास प्रदान करने के साथ ही साथ सेंटर द्वारा उनको परामर्श, चिकित्सीय सुविधा, विधिक सहायता आदि के साथ साथ इन्हें आवश्यकतानुसार समस्त सुविधाओं को प्रदान किया जाता है। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनमोहन शर्मा द्वारा स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं संबंधी जागरूकता प्रदान की गई जिसमें जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, आयुष्मान भारत आदि जैसी योजनाओं/कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। जिला प्रोबेशन अधिकारी चंद्रभूषण द्वारा महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया जिनमें मुख्यतः बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, दहेज प्रतिषेध अधिनियम, रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष, मिशन शक्ति, समस्त हेल्पलाइन आदि रहीं। उपजिलाधिकारी, सम्भल विकास चंद्र द्वारा तहसील के अंतर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं से संबंधित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले रहे लाभार्थियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि सरकार विभिन्न प्रकार की योजनाओं के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण कर रही है, इनके लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। इन योजनाओं में शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा एवं आर्थिक सहायता जैसी विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। मा सदस्या श्रीमती अवनी सिंह ने बताया कि राज्य महिला आयोग का मुख्य कर्तव्य महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना और उनके साथ होने वाले उत्पीड़न एवं भेदभाव को रोकना है। आयोग महिलाओं के सामाजिक, आर्थ…