वैध खनन पर निगरानी करते हुए अवैध खनन पर पूर्ण रूप से लगाया जाए विराम- प्रमुख सचिव
गोरखपुर। प्रमुख सचिव खनिज डॉ रोशन जैकब वीडियो कांफ्रेंसिंग कर गोरखपुर एनआईसी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में मौजूद अधिकारियों सीआरओ सुशील कुमार गौड़ सहित अन्य अधिकारियों से कहा कि वैध खनन कराने के लिए सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए पट्टा कराया जाए जिससे अवैध खनन पर पूर्ण रूप से विराम लगाया जाए खनन करते समय देखा जाए कि उक्त व्यक्ति द्वारा लिए गए पट्टे के स्थानों पर ही खनन करवा रहा है या कहीं अन्य जगह पर जिसकी निगरानी संबंधित अधिकारी व क्षेत्र की पुलिस बराबर करती रहे ताकि अवैध खनन को रोकते हुए वैध खनन से राजस्व वसूली सत प्रतिशत प्राप्ति हो सके इसके लिए सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अनुपालन करना होगा तभी अवैध खनन पर पूर्ण रूप से विराम लग सकेगा।
अवैध रेत खनन की संभावनाएं तब भी बढ़ जाती हैं जब स्टोन क्रैशर भी नदियों के पास लगे हों। कई जगहों पर स्थानीय लोगों द्वारा किया जाता है नदियों में खनन का तो अब तक का यही इतिहास रहा है कि जितने खनन की अनुमति ली जाती है, उससे कई गुना ज्यादा का खनन होता है। जितने खनिज, उपखनिज को निकाला जाना है व जिस जगह से निकाला जाना है। जिन तरीकों से और जिन मशीनों से निकाला जाना है, उनसे किनारों के भंडारण पर होने वाला अंतर, किनारों का कटाव, नए भूस्खलन, भू-धंसाव, भूक्षरण के संभावित क्षेत्रों का भी उल्लेख होता है।
दरअसल, रेत के वैध खनन पर तो निगरानी रखनी और भी आवश्यक है, क्योंकि भारी मात्रा में अवैध खनन, कानून की ही आड़ में होता है। स्वीकृत गहराइयों से दुगनी-तिगुनी गहराइयों तक पहुंच कर रेत खनन किया जाता है। जिन चिन्हित क्षेत्रों के एि रेत खनन पट्टा होता है उनसे बाहर जाकर भी खनन होता है।
ढुलाई वाहन पारपत्र पर दर्शाए गए माल से दुगना-तिगुना माल लेकर बेरोकटोक बाहर निकाले जाते हैं। वैध खनन कराते हुए बालू पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जिससे भवन स्वामियों को निर्माण कार्यों के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े उनको आसानी से भवन सामग्रियां समय से उपलब्ध हो सके इसके लिए संबंधित अधिकारी गण अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अवैध खनन पर पूर्ण रुप से विराम लगाते हुए वैद्य खनन को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करें। हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला चीफ ब्यूरो धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव