संवाददाता हम भारती न्यूज़
अज़हर शेख , मुम्बई महाराष्ट्र
गंभीर समस्या ; मौत का मंजर साबित होने की कगार पर
समस्या को लेकर भाजपा वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने मनपा आयुक्त को लिखित पत्र
नालासोपारा ; - करोड़ो की लागत से बना तुलिंज मुख्य रास्ता (टांकी रोड कॉर्नर से तुलिंज फॉरेस्ट नाका तक) मौत का मंजर साबित होने की कगार पर है. इस रास्ते से रोजाना हजारों वाहन और लाखो नागरिकों की आवाजाही होती है. यह वो रास्ता है जहां से रोजाना वसई विरार मनपा के अधिकारी और माझी लोक प्रतिनिधि भी गुजरते है लेकिन किसी को भी नागरिकों की यह समस्या नजर नहीं आ रही है। ऐसा प्रतीत हो रहा है और यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है। वसई तालुका में मनपा प्रशासन का तो इतिहास रहा है, जब तक उन्हें शिकायत प्राप्त नहीं होती तब तक उन्हें कोई भी समस्या नजर ही नहीं आती. नागरिकों की इस समस्या को लेकर भाजपा वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने मनपा आयुक्त को लिखित पत्र से अवगत कराते हुए बताया है कि, तुलिंज मुख्य रास्ते पर कुछ महीनो पहले पाईप लाईन डालने का काम शुरू हुआ था. इस कार्य को समाप्त हुए करीबन दो महीने हो चुके है. लेकिन पाईप डालने के लिए खोदा हुआ रास्ता आज भी उसी अवस्था में पड़ा है. इसके कारण आए दिन दुपहिया वाहन चालकों की छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं साथ में ट्रैफिक की भी बड़ी समस्या होती है. सही मायने में काम खत्म होते ही तुरंत ठेकेदार से रास्ते की मरम्मत करवा के लेने की जिम्मेदारी मनपा के संबंधित अधिकारी की होती है. लेकिन मनपा के कुछ भ्रष्ट आधिकारी शायद जानबूजकर अपनी जेब गरम करने के लिए काम का निरीक्षण किए बिना ही ठेकेदार द्वारा कार्य पूर्ण का अहवाल सादर कर के बिल अदा करवा देते. इसलिए इस मामले में बारोट ने मनपा प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया है की ऐसा जूठा अहवाल सादर करेंगे तब उसी रास्ते को लेकर नागरिकों से शिकायत मिलेगी और उसी रास्ते के मरम्मत के लिए, एक और टेंडर निकाला जाएगा और फिर एक बार अधिकारी को अपनी जेब गरम करने का मौका मिलेगा. नागरिकों के पैसे की हो रही लूट रोकने के लिए बारोट ने अपने पत्र में आयुक्त से मांग की है की किसी दुपहिया वाहन चालक की दुर्घटना में मृत्यु का इंतजार किए बिना तुरंत इस रास्ते का मरम्मत का काम पाईप लाईन डालने का काम जिस ठेकेदार ने किया उसी ठेकदार से रास्ते के मरम्मत का काम करवाया जाए. साथ में बारोट ने यह भी मांग की है क्षेत्र के ज्यादातर गटरों पर लगे ढक्कन टूटेफूटे अवस्था में या ढक्कन के आजूबाजू में बड़े बड़े होल हुए है ऐसे सभी जगहों का निरीक्षण कर तुरंत मरम्मत किया जाए ताकी स्कूली बच्चों के साथ कोई दुर्घटना ना घटे.