एमएसआई कालेज और इस्लामिया कालेज ऑफ कॉमर्स के बीच वाले गेट का वजूद
इस्लामिया कालेज हादसे ने जिंदा किया कई सवालों को
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर। पिछले दिनों एनडीआरएफ और एसडीआरएफ समेत आपदा से जुड़े कर्मचारियों और अधिकारियों को मार्क ड्रिल से हटकर राहत एवं बचाव कार्य करने का अवसर मिला जब इस्लामियां कालेज ऑफ कॉमर्स में निर्माणाधीन छत गिर गई और उसमें दो मजदूरों के दबे होने की सूचना मिली। आनन फानन में जिला और मंडल के अधिकारियों की गाड़ियों से पूरा कालेज कैम्पस भर गया। इस हादसे में एक मजदूर को तो बचाव दल ने सुरक्षित निकाला लेकिन दूसरा उतना भग्यशाली नही था और मलबे में दब कर उसकी मृत्यु हो गई।
इस हादसे के बाद प्रबंधक समेत प्रिंसपल और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज हुआ और आगे की कार्यवाही जारी है।
अब बात करते हैं इस्लामिया कालेज ऑफ कॉमर्स की ।
जैसा कि पहले भी हम बता चुके हैं कि यह कालेज वक्फ़ भूमि पर स्थित है जिसको 1937 ई0 के लगभग इमामबाड़ा स्टेट के तत्कालीन सज्जादानशीन ने बच्चो की शिक्षा के लिए एमएसजीआई इंटर कालेज की कमेटी को दिया था जिसको बाद में इंटर कालेज के जिम्मेदारों ने रिश्तेदारी की बिना पर शरीफ अहमद एडवोकेट को हस्तानांरित कर दिया जिस पर इस्लामिया कालेज ऑफ कॉमर्स की स्थापना की गई।
दुर्घटनाग्रस्त लिंटर एमएसआई इंटर कालेज और इस्लामिया कालेज ऑफ कॉमर्स को जोड़ने वाले एक गेट के उपर डाला जा रहा था जिससे भविष्य में गेट का अस्तित्व समाप्त कर कालेज के कैम्पस को पूरी तरह अलग कर लिया जाता ताकि भविष्य में दोनों कालेजो के बीच बने इस गेट को।लेकर सवालों की गुंजाइश खत्म हो जाती लेकिन होनी को कौन टाल सकता है । मजबूत शटरिंग के बावजूद निर्माणाधीन लिंटर भरभरा कर गिर पड़ा और जिन सवालों की वजह से गेट बंद करने की साजिश हुई वो सवाल एक बार फिर इस्लामिया कालेज के प्रबंधन और जिला प्रशासन के सामने ठीक उसी समय खड़े हो गए जब प्रदेश की योगी सरकार ने वक्फ़ सम्पत्तियों को लेकर एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। अब देखना ये है कि प्रशासन इस सम्बंध में क्या कार्यवाही करता है। अगले भाग में हम इस्लामिया कालेज ऑफ कॉमर्स और माउंट हेरा इंटरनेशनल एकेडमी की मान्यता पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि एक ही कैम्पस में स्थित दो स्कूलों के संचालन को लेकर क्या है नियम कानून और कैसे मिली माउंट हेरा इंटरनेशनल एकेडमी को मान्यता।