एक माह बीत जाने के बाद भी युवती के अपहरण के मामले पुलिस के हाथ खाली, परिजनों के अनुसार लव जिहाद का मामला युवती की हत्त्या की आशंका
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर मण्डल व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
आज भारत मे एक फिल्म धर्म परिवर्तन, के नाम पर सिनेमाघरों में खूब सुर्खिया बटोर रही है भारत ही नही विश्व स्तर पर लोगों को हिला देने वाली फिल्म आखिर भारतवर्ष मे हुए और हो रहे कुकर्मो से पर्दा उठाने के लिए काफी है।
¶धर्म परिवर्तन (लव जिहाद) और अंत मे हत्त्या आज कल खेल सा हो गया है।
एक ऐसा ही अंदर से हिला देने वाला मामला गोरखपुर के चिलुवाताल थाना अंतर्गत मानीराम का आया है, जहाँ से एक हिंदू युवती को लव जिहाद का शिकार बनाया गया है साथ ही इस मामले मे नियोजन करने वाली मुस्लिम युवती आराम से खुले आसमान के नीचे घूम रही है।
मानीराम के पीड़ित परिजन के अनुसार उनकी पुत्री पढ़ाई के दौरान अपनी एक सहेली साहिन हाशमी पुत्री भोला हाशमी निवासी नरसिंह कॉलोनी इलाही बाग के अच्छे संपर्क में थी उसने इसी संपर्क का फायदा उठाकर अपने घर वालो की मदद से पीड़ित युवती को इस्लाम धर्म की विशेषताओं के बारे प्रतिदिन बताते हुए अपनी जाल में फंसाने मे सफल हो गयी और 7 अप्रैल 2023 को उसने अपने चचेरे भाई शनि आलम पुत्र शमशेर आलम के साथ मिलकर पीड़ित युवती को गायब कर दिया।
पीड़ित परिजनों ने खोजने का अथक प्रयास किया किंतु जब वो मामले को समझ पाए तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गयी जिसके बाद उन्होंने 10 अप्रैल 2023 को चिलुवाताल थाने में शनि आलम, शाहीन हाशमी के खिलाफ भा. द. वि. की धारा 366 के तहत नामजद प्राथमिकी दर्ज करवाई।
आज एक माह दस दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस की कार्यवाही का कोई परिणाम निकल कर सामने नही आ रहा पीड़ित परिजनों के अनुसार विवेचक मामले मे लीपा पोती करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है, दोषियों पर कार्यवाही की बजाय वह परिजनों को ही भयभीत कर रहे है।
इस मामले को ध्यान में रखते हुए निम्न सवाल उभरकर सामने आ रहे है.....
¶ क्या लापता युवती का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उसे गुड़िया से फातिमा (कल्पनिक नाम) बना दिया जायेगा?
¶ क्या पुलिस मुख्य रूप से विवेचक कभी भी लापता युवती का पता लगा पाएंगे?
¶ परिजनों का प्रश्न की क्या उनकी गुड़िया अभी जीवित है?
¶ क्या उत्तर प्रदेश में भी केरला स्टोरी लिखी जानी जारी है।
¶ क्या विवेचक भी मामले में संलिप्त है, क्या गुड़िया अपने घर लौट पायेगी या फातिमा बनाकर उसका दोहन किया जायेगा।
¶ खुले में घूम रही नामजद अपराधन पर पुलिस नकेल कसेगी या इसको अभी की भाति आगे भी सहयोग करती रहेगी।