नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार की शिकायत करने की ठेकेदार को मिली सजा
कोतवाली थाने पर दो ठेकेदारो के खिलाफ एससी-एसटी का दर्ज हुआ मुकदमा
कौन है नगर निगम का राजकुमार ?
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर मण्डल व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर किसी शायर ने सही ही लिखा है कि सच्चाई छुप नहीं सकती है बनावट के उसूलों से कभी खुशबू आ नहीं सकती है कागज के फूलों से। नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर ठेकेदार के खिलाफ कोतवाली थाने पर एससी एसटी का मुकदमा दर्ज हुआ।
नगर निगम में काम के बदले कमीशन का खेल वर्षो पुराना है। पूर्ववर्ती सरकारों में भी यह खेल खूब चलता था लेकिन वर्ष 2017 में जब से उत्तर प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली है तब से अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ योगी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करके संदेश दिया है कि अपराधी या भ्रष्टाचारी चाहे कितना रसूख वाला ही क्यों ना हो योगी सरकार उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। पिछले महीने कॉन्टैक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष वेद प्रकाश मिश्रा ने 8 सितंबर 2023 को नगर निगम में काम के बदले एडवांस कमीशन की शिकायत की थी। बाकायदा ठेकेदार ने अधिकारियों के कमीशन की लिस्ट भी जारी की । जैसे यह खबर सोशल मीडिया और अखबारों में प्रकाशित हुई मानो जैसे नगर निगम में भूचाल से आ गया हो भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय ठेकेदार का ही उत्पीड़न शुरू हो गया नगर निगम में बने ठेकेदार के चेंबर को वहां से हटा दिया गया और लगातार उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसने की धमकी देनी शुरू हो गई। नगर निगम में भ्रष्टाचारी तंत्र ठेकेदारों के खिलाफ लग गये। आखिरकार नगर निगम के एक चर्चित जेई राजकुमार की शिकायत पर कोतवाली थाने पर 29 नवंबर 2023 को अपराध संख्या -0400/23 धारा 3 (1) व 3 (1) घ यानी एससी एसटी एक्ट के तहत नगर निगम के दो ठेकेदार अमरदीप शुक्ला व वेद प्रकाश मिश्रा के खिलाफ कोतवाली थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया। कौन है नगर निगम का राजकुमार इसका खुलासा आगे किया जाएगा। बात यहीं खत्म नहीं होती भ्रष्टाचारी तंत्र ने अपनी ताकत का एहसास दिला दिया कि उनके खिलाफ जो भी आवाज उठाएगा उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भिजवाने का काम यह तंत्र करेगा। बरहाल उच्च अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय शिकायतकर्ता पर ही मुकदमा दर्ज करके भ्रष्टाचारियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश बार एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन व वरिष्ठ अधिवक्ता मधुसूदन त्रिपाठी ने कहा कि यह विडम्बना बना है कि भ्रष्टाचरियो के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय शिकायतकर्ता के खिलाफ ही करवाई की जा रही है हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।