15 किलोमीटर तक सुनाई दी थी धमाके की आवाज
नोशहरा मे दो दर्जन से अधिक मकानो में आई दरारे
रात भर ग्रामीणों ने सड़क पर गुजारी रात
शिकोहाबाद। नोशहरा मे पटाखे के गोदाम में हुए धमाके की आवाज से लोग सहमे हुए थे। गोदाम में हुए धमाके से लेंटर मेें लगे गाटर कई घरो में जाकर गिरे। वहीं दो किलोमीटर तक पत्थर और ईट की टुकंडे सड़क पर पड़े गवाही दे रहे थे कि धमाका कितना तेज था। रात भर लोग डर के वजह से घरो में नही सो पाये।
सोमवार रात्रि में हुए पटाखा गोदाम में धमाके की खबर सुनकर दूर-दूर से लोग घटना स्थल पर दौड़ पड़े, नोशहरा निवासी इरसाद ने बताया कि सभी लोग घर पर लेटे हुए थे कि तभी अचानक जोर का धमाका हुआ धमाके से घर में लगी टीवी, खिड़कियां लेंटर, दरवाजे तक उखड़ गये थे। घटना के बाद लोग घरो से निकलर बाहर की तरफ दौड़ पड़े। सेकड़ो की तादात में लोग सड़क पर अपने परिवार के साथ डर के साये में इधर-उधर जान बचाने के लिए दौड़ लगा रहे थे। एसएसपी, डीएम, एसडीएम, सीओ सहित जिले के तमाम अधिकारी रात भर घटना स्थल पर डटे रहे। वहीं देर रात आगरा से एनडीआरएफ की टीम भी घटना स्थल पर पहुचीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
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कई वर्षो से पुलिस की नाक के नीचे चल रहा पटाखे का कारोबार
कई वर्षो से नोशहरा में पटाखो का कारोबार किया जा रहा है कोई घर में तो कोई नोशहरा से कुछ किलोमीटर दूर कारोबार कर रहा है लेकिन आठ साल पहलें हुए धमाके में चार लोगो की मृत्यु हो जाने के बाद भी पुलिस पटाखो के अवैघ कारोबार को बंद नही करा पाई। ग्रामीणो ने बताया कि फायर ब्रिगेड से लेकर कई अधिकारियों को पता था कि घनी आबादी में अवैध पटाखो का कारोबार किया जा रहा है। उसके बाद भी प्रशान और पुलिस ने अवैध पटाखो के करोबार करने वालो पर कोई कार्यवाही नही कर पाई।
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साहब...धमाके की आवाज सुनकर पत्नी हो गई थी बेहोश
पटाखा गोदाम से एक किलोमीटर दूर बने मकान स्वामी शहबाज ने बताया कि पत्नी अपने बच्चो के साथ कमरे में सो रही थी। कि तेज धमाके की आवाज सुनकर पत्नी उठने के बाद बच्चे को गोद में लेकर भागी उसी दौरान पत्नी बेहोश हो गई।
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कई घरो के नही जले चूल्हे
घटना के बाद से ही गांव नोशहरा में सन्नाटा पसरा रहा धर्मेन्द्र का डेढ़ वर्षीय बेटा कालू और पांच वर्षीय इच्छा और मां और बेटा की मौत के बाद घर में कोहराम मचा हुआ था।
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2012 में पटाखा स्वामी ने शुरू किया था काम
लोगो ने बताया कि पटाखा स्वामी भूरे खा ने 2012 में एक हाल किराए पर लिया था। जिसमें वह पटाखो का स्टांक रखा करता था। आठ साल पूर्व ही नोशहरा में भूरें खा की दूसरी जगह पर बनी पटाखा फेक्ट्री में ब्लास्ट होने के चलते चार लोगो की मौत हो गई थी। जिसके बाद से भूरे खा ने दूसरी जगह पर पटाखा गोदाम किराए पर लेकर काम कर रहा था।
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गोदाम से 300 मीटर दूरी पर बनाए जाते थे पटाखे
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गोदाम के पीछे बने कमरे में छिपा था युवक, पुलिस ने हिरासत में लिय
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धमाके से 10 फिट गहरा हो गया था गड्डा
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ग्रामीणों ने सड़क पर जाग कर काटी रात
धमाके की आवाज ने ग्रामीणों को इतना डरा दिया था कि ग्रामीणो ने अपने परिवार के साथ सड़क पर जाग कर रात काटी।
रिपोर्ट: HBN