जन जन की है यही पुकार, कोई न हो सड़क दुर्घटना का शिकार
दुर्घटनाओं से बच पाएंगे, जब नियमित सीट बेल्ट लगाएंगे
शराब पीकर गाड़ी मत चलाना।सुरक्षित अपने घर को जाना
यातायात पुलिस द्वारा यातायात माह नवम्बर 2024 के दृष्टिगत जनपद के विभिन्न स्थानों जैसे वीर विनय चौराहा, टैक्सी स्टैण्ड/ बस स्टैंड व महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थानों पर वाहन चालकों/परिचालकों व आम जनमानस को पम्पलेट देकर व पी0ए0 सिस्टम के माध्यम से किया गया जागरूक
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री विकास कुमार के निर्देशन में, अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती नम्रिता श्रीवास्तव व क्षेत्राधिकारी यातायात श्री बृजनन्दन राय के निकट पर्यवेक्षण में आज दिनांक 11.11.2024 को प्रभारी निरीक्षक यातायात मय टीम द्वारा वीर विनय चौराहा, टैक्सी स्टैण्ड/ बस स्टैंड आदि स्थानों पर आम जन में पंपलेट वितरण कर यातायात नियम और संकेत को प्रति जागरूक किया गया।
बलरामपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा आज बलरामपुर में 05 अलग-अलग जगहों पर जागरूकता अभियान चलाया गया।
अभियान में आमजन को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया एवं बताया कि यातायात के नियमों का हमेशा पालन करना चाहिए ।
बलरामपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा अभियान के दौरान आमजन को शराब पीकर वाहन ना चलाने के लिए प्रेरित किया गया ।
इस अभियान के दृष्टिगत यातायात सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए यातायात नियमों के प्रति भी जागरूक किया गया।
1. दो-पहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनना।
2. कभी भी शराब पीकर गाड़ी नही चलाना।
3. कार चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट पहनना।
4. वाहन चलाते समय कभी भी मोबाइल फोन पर बात नही करना तथा कोई SMS नही भेजना व देखना।
5. हमेशा ट्रैफिक नियमों का पालन करना तथा अपने परिजनों से पालन करने हेतु बताना ।
6. सड़क दुर्घटना पीडितों की मदद करने हेतु सदैव तत्पर रहना ।
इस दौरान बलरामपुर यातायात पुलिस द्वारा वीर विनय चौराहे पर हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग न करने वाले वाहन चालकों की विरुद्ध ई चालान की कार्रवाई की गई व पार्वती इंटर कॉलेज जनपद बलरामपुर मैं सभी छात्र-छात्राओं को पंपलेट वितरण कर यातायात नियमों का संकेत के बारे में जागरूक किया गया तथा यह भी बताया गया कि अपने-अपने परिजनों को यातायात नियम नियमों को पालन करने हेतु प्रेरित करें जिससे होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके तथा सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को उचित समय पर इलाज मिलने की समय सीमा को गोल्डन ऑवर कहते हैं । यह समय दुर्घटना के बाद का पहला घंटा होता है । इस दौरान अगर घायल व्यक्ति को तुरंत और ज़रूरी इलाज मिलता है, तो उसके बचने की संभावना बढ़ जाती है, के बारे में भी जानकारी दी गयी।