हम भारती न्यूज़
मंडल ब्यूरो चीफ राजेश्वर सिंह
संभल से खास खबर
सम्भल ( बहजोई) 2 अप्रैल 2025
आज कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डॉ राजेन्द्र पैंसिया एवं पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई की अध्यक्षता में सार्वजनिक स्थानों पर बहुत ही अस्वच्छ, गंभीर रूप से रुग्ण और पीड़ित स्थिति में पाये जाने वाले बेघर, निराश्रित, उत्पीडित, असहाय, परित्यक्त, मानसिक और शारीरिक रूप से रुग्ण, घायल, संक्रमित, वृद्ध, और मरणासन्न अवस्था में पड़े लोगों की सेवा के लिए राजस्थान के भरतपुर की संस्था माँ माधुरी बृज वारिस सेवा सदन अपना घर संस्था के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के अन्तर्गत मुख्य अतिथि एवं संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ बृजमोहन भारद्वाज का सर्वप्रथम जिलाधिकारी द्वारा पुष्प एवं पुस्तक देकर स्वागत किया गया।
बैठक के अन्तर्गत मुख्य अतिथि द्वारा माँ माधुरी बृज वारिस सेवा सदन अपना घर संस्था के माध्यम से सेवा किये जाने, बचाव, किये जाने, आश्रय दिये जाने, देखभाल किये जाने के संबंध में उक्त संस्था द्वारा सेवा के अन्तर्गत किये जाने वाले कार्य, ऐसे लोगों की सेवा, आश्रय, भोजन, चिकित्सा उपचार , घर जैसी देखभाल, पुनर्वास आदि के संबंध में जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि इस संस्था का शुभारंभ 29 जून 2000 ई को राजस्थान के भरतपुर से 8 किमी दूर ग्राम बझेड़ा जिला भरतपुर में अपना घर के प्रथम आश्रम की स्थापना की गयी। अपना घर आश्रम एक ऐसा सेवा मंदिर है जहाँ सेवा को पूजा एवं मानव सेवा को माधव सेवा माना जाता है।अंजान असहाय पीड़ित लोगों को अपना घर संस्था द्वारा अपनाया जाता है तथा उन्हें जीवनयापन की सभी मूलभूत आवश्यक्ताओं से परिपूर्ण अपना घर उपलब्ध कराया जाता है जहाँ उन्हें सेवा के साथ साथ निशुल्क आश्रय, चिकित्सा ,भोजन ,वस्त्र, शिक्षा, सुरक्षा के साथ साथ अपनापन एवं ममतामई सेवाएं उपलब्ध होती हैं।
उनकी संस्था देश के 12 राज्यों में अपनी सेवा दे रही है। उन्होंने बताया कि संस्था को जहाँ पर भी देश में भवन मिल जाता है वहीं पर संस्था द्वारा अपना घर आश्रम का शुभारंभ कर दिया जाता है तथा जहाँ पर 21 सदस्य मिल जाते हैं वहां पर अपना घर सेवा समितियों का शुभारंभ कर दिया जाता है। देशभर में संस्था के 63 आश्रम चल रहे हैं उत्तर प्रदेश में 15 आश्रम स्थापित हैं। उन्होंने बताया कि सेवा में परमानंद है सेवा सामान्य कार्य नहीं है।श्रेष्ठ कार्य में संसाधन जुटाने पडते हैं जबकि सेवा में संसाधन जुटाने नहीं पड़ते हैं। जहाँ धन्यवाद की भी चाह न हो वह सेवा है।
पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि अपना घर संस्था ने सेवा की परिभाषा परिवर्तित की है। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि एक समिति बनायी जाए तथा चंदौसी में भी इसी प्रकार की संस्था की स्थापना हो। ईश्वर की क्रीड़ा स्थली के दर्शन अपना घर में जाकर देखे जा सकते हैं। हम सभी अपनी दृष्टि को परिवर्तित कर सृष्टि की नयी रचना कर सकते हैं। सभी विभागीय लोग सेवा की दृष्टि रख कर कार्य करें तथा शासन की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने का कार्य करें। मानव सेवा ही माधव सेवा है।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञान सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ तरुण पाठक, उप जिलाधिकारी गुन्नौर दीपक चौधरी, उप जिलाधिकारी सम्भल वंदना मिश्रा, डिप्टी कलक्टर शुभि गुप्ता, एवं संस्था से आये वीर पाल सिंह, शैलेंद्र त्यागी, जीके गुप्ता सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
जारी जिला सूचना कार्यालय सम्भल।