हम भारती न्यूज़
मंडल ब्यूरो चीफ राजेश्वर सिंह
संभल से खास खबर
दुकान दार हो सावधान ‼️ किसान हो जागरूक—
जनपद संभल में शासन के निर्देशों के क्रम में उर्वरक विक्रेताओं के दुकानों पर आज छापे मारी की कार्यवाही की गई ।
जिलाधिकारी के द्वारा टीम गठित की गई जिसमे कृषि विभाग के साथ राजस्व और अन्य विभाग ने संयुक्त रूप से कार्यवाही की इसमें 22 छापे मारे गए, 17 नमूने ग्रहण किये गए, 3 नोटिस जारी की गई ।
इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी प्रबोध मिश्रा के द्वारा आज थाना हजरत नगर गढ़ी में एक उर्वरक विक्रेता (विठान उर्फ बंटी पुत्र मशाद अली , ग्राम- मुक़रारबपुर) के विरुद्ध F I R दर्ज करायी गई है ।
उकत विक्रेता के पास 90 बैग यूरिया पाया गया मगर उसे बेचने के लिये विक्रय प्राधिकार पत्र उपलब्ध नहीं था
उसके सभी उत्पाद को सील कर , प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है ।
कुछ दिन पूर्व भी उर्वरक संग्रहित करने के कारण बीच पूरी (ब्लॉक पवांसा) के कृषक पर प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी ।
कोई भी उर्वरक विक्रेता नियमानुसार विक्रय नहीं करेगा तो उसके विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 और उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी ।
सभी विक्रेता अपने स्टॉक बोर्ड और स्टॉक रजिस्टर को मेंटेन रखें, भौतिक उर्वरक और पॉस मशीन में अंतर ना हो, कृषकों को पोस से बिल उपलब्ध कराए, किसी भी प्रकार की टैगिंग अथवा ओवर रेटिंग ना की जाए , इसमें से किसी भी प्रकार की शिकायत आने पर कार्यवाही सुनिश्चित है ।
जनपद संभल में यूरिया 20514 मेट्रिक टन, एन पी के 7747 मेट्रिक टन , डी ए पी 3613 मेट्रिक टन, एम ओ पी 1386 मेट्रिक टन प्रयाप्त मात्र में उपलब्ध है ।
प्राइवेट का 40 प्रतिशत खाद भी सहकारिता को दिया गया है अर्थात् सहकारिता के प्रत्येक केंद्र पर भरपूर खाद उपलब्ध रहे और प्रत्येक कृषक को ससमय खाद उपलब्ध हो जाए ।
कृषको से अनुरोध है की उर्वरक का संग्रह ना करे फसल के वैज्ञानिक संस्तुति और उपलब्ध जोत के आधार पर ही उर्वरक ले ।
अभी के उर्वरक का प्रयोग खरीफ (धान) की फसल हेतु है ।धान में टॉप ड्रेसिंग के लिये यूरिया का प्रयोग करे ना की डी ए पी का । आवश्यकता पड़ने पर नैनो यूरिया या नैनो डी ए पी का प्रयोग जायदा लाभप्रद है इससे फसल के गुणवता के साथ मृदा के रासायनिक और जेविक गुणों में भी सुधार होगा