हम भारती न्यूज़
मंडल ब्यूरो चीफ राजेश्वर सिंह
संभल से खास खबर
सम्भल ( बहजोई) 14 अगस्त 2025*
आज अपनी मात्र भूमि के उन परिवारों को नमन करते हुए जिन्होंने भारत के विभाजन के दौर में अपने परिवारजनों के प्राण न्यौछावर करने पड़े ऐसे लोगों की स्मृति में दिनांक 14 अगस्त 2024 को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन हिन्द इण्टर कॉलेज सम्भल में जिलाधिकारी डाॅ राजेन्द्र पैंसिया एवं पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विभाजन विभीषिका के प्रत्यक्षदर्शी रहे तथा पूर्व सरकारी सेवा में कार्यरत रहे 95 वर्षीय अजीत महाजन जी रहे। कार्यक्रम के अन्तर्गत सर्वप्रथम विभाजन विभीषिका के अन्तर्गत अपने प्राण न्यौछावर करने वाले देश के सपूतों की याद में 2 मिनट का मौन धारण किया गया।कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय आवासीय की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए ।कार्यक्रम के अन्तर्गत विभाजन में विस्थापित हुए 40 परिवारों के सदस्यों को सम्मान सहित कार्यक्रम में लाया गया।कार्यक्रम के अन्तर्गत भारत पाकिस्तान विभाजन विभीषिका से संबंधित लघु फिल्म डाक्यूमेंट्री को भी हिन्द इण्टर कॉलेज के मैदान में उपस्थित विभाजन विभीषिका में विस्थापित परिवारों के सदस्यों, छात्र एवं छात्राओं एवं अन्य गणमान्य लोगों द्वारा देखा गया।विभाजन विभीषिका से विस्थापित परिवारों के सदस्य परीक्षित मोगिया जी , सतीश अरोड़ा जी, सत्यनारायण अरोड़ा जी,ने विभाजन विभीषिका से संबंधित अपने अनुभव साझा किये।सुधीर मल्होत्रा जी ने भी अपने संस्मरण सुनाए। मुफ्ती आलम नूरी जी ने अपने संबोधन में कहा कि देश कि आजादी की लड़ाई में हिन्दूओं एवं मुस्लिमों ने बढ चढ कर हिस्सा लिया था। सम्भल नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि मुशीर खां जी ने भी संबोधित किया। भूतपूर्व सैनिक गोपाल सिंह जी ने भी संबोधित किया। पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक गुन्नौर अजीत कुमार राजू यादव जी ने अपने संबोधन में कहा कि धर्म का अर्थ आपस में मिलकर रहना होता है, हम सभी लोग आपस में एक हैं। केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा चलायी जा रही योजनाओं में कोई भी भेदभाव नही किया जाता है। मा. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश का तेजी से विकास हुआ है।पुलिस अधीक्षक द्वारा अपने संबोधन में कहा कि एक अंग्रेज अधिकारी द्वारा नक्शे पर एक लकीर खींच कर भारत और पाकिस्तान बना दिये गये। विभाजन के समय लाखों लोग अपने घरों एवं रिश्तेदारी में तक नहीं पहुंच पाए थे यही विभीषिका थी। इस विभीषिका के पीछे नफरत की सोच थी। हमारी सोच में सबसे पहले राष्ट्र रहना चाहिए। जो लोग देश में नफरत के बीज बोते हैं उनको चिन्हित करें ताकि भविष्य में वैसा दिन फिर से ना आए। हम सभी को अमन, भाईचारा एवं एकता के मार्ग पर चलते रहना होगा तथा देश के विकास के लिए सोचना होगा। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि 14 अगस्त 1947 विभाजन के समय एक ऐसी त्रासदी हुई जोकि गत सदी की सबसे बड़ी हिंसा थी। जो देश को तोड़ने वाली शक्तियां हैं घृणा फैलाने वाली शक्तियां हैं उनको हमें मिलकर नष्ट करना चाहिए। देश को जोड़ने वाली शक्तियों को हमें जोड़ना भी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाजन के समय अपनी सारी सम्पत्ति छोड़कर आने वाले तथा रिक्शा एवं मजदूरी कर अपना जीवन यापन किया उन्होंने देश के बड़े बड़े पदों को भी सुशोभित किया या कर रहे हैं ये उनके उत्साह को, उनकी उमंग को, उनके साहस को प्रणाम करने का दिन है। जिलाधिकारी ने कहा कि आज कि पीढ़ी को राम मनोहर लोहिया जी की पुस्तक भारत विभाजन के गुनहगार को आवश्य पढना चाहिए। उन्होंने मुस्लिम बंधु गणों से अनुरोध किया कि वह विद्यालय के समय बच्चों को अवश्य विद्यालय भेजें भारत हम सब का है हम भारतीय हैं हमारी संस्कृति साझी संस्कृति है और हम सभी को भारत देश को मिलकर आगे बढ़ाना है। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ अनामिका यादव जी ने कहा कि किसी के भी कट्टरपंथ की ओर बढने पर विनाश ही होता है। बच्चों को अच्छी तालीम देनी चाहिए। एपीजे अब्दुल कलाम के रास्ते पर चलना चाहिए हम शिक्षा एवं तकनीकी तथा ज्ञान की ओर बढकर देश को मजबूत कर सकते हैं। हमारा संविधान हमें समता का अधिकार देता है तथा हमें स्वदेशी को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से सभी को दूर रहने का कार्य करना चाहिए।
इसके उपरांत जिला पंचायत अध्यक्ष तथा जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य विकास अधिकारी सहित जन प्रतिनिधि गणों द्वारा विभाजन विभीषिका में विस्थापित हुए परिवारजनों के सदस्यों को शॉल ओढाकर …