हम भारती न्यूज़
जिला संवाददाता नीलम यादव इटावा
नगर के जैन मोहल्ले में आयोजित इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय युवा कोली कोरी समाज के प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर अजनेरिया ने रानी झलकारी बाई के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाली झलकारी बाई का जन्म 1830 में 22 नवंबर को ही झांसी में हुआ था। एक बार गांव लूटने आए डाकुओं को उन्होंने भागने पर मजबूर कर दिया था। इसके बाद रानी लक्ष्मीबाई ने उन्हें सैनिकों की महिला शाखा का सेनापति बना दिया था। 1858 में अंग्रेजों ने रानी को घेर लिया। तब झलकारी रानी की तरह तैयार हुईं और अंग्रेजों पर टूट पड़ीं और फिर झलकारी पकड़ी गईं। चार अप्रैल 1858 को महज 27 साल की आयु में उनकी मृत्यु हुई। उनके त्याग और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा। सभी को उनके जीवन चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान राकेश शंखवार, शिवनाथ संखवार, रमेश संखवार, रामस्वरूप संखवार, प्रकाश संखवार इत्यादि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
रानी झलकारी बाई की जयंती मना कर उन्हें याद किया। इटावा जसवंत नगर
नवंबर 23, 2021
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