संवाददाता हम भारती न्यूज़
अज़हर शेख , मुम्बई महाराष्ट्र
गंभीर मुद्दा ;
ऑक्सीजन प्लांट मामले में मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को भेजा ईमेल
सवेदना न्यूज़। अजहर शेख
वसई : कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वसई विरार में ऑक्सिजन की कमी के कारण एक ही दिन में कई मरीजों की जान गई थी. जिसको लेकर देशभर में हंगामा हुआ था. ऑक्सिजन की कमी के कारण किसी की मृत्यु न हो इस ध्येय के साथ केंद्र सरकार ने सभी जिला स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया उसी के तहत वसई विरार में 4 ऑक्सीजन प्लांट लगवाए गए. लेकिन आज यह चार प्लांट धूल फांक रहे है. इस गंभीर मुद्दे को लेकर भाजपा वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने स्वास्थ्य विभाग मनपा उपायुक्त विजय द्वासे से फोन पर बातचीत में बताया कि वसई विरार में फिलहालऑक्सीजन की जरुरत नही है इसलिए प्लांट बंद रखे गए है. लेकिन जरूरत पड़ने पर 24 घंटे में इसे शुरू कर सकते है ऐसी स्थिति में प्लांट तैयार है. द्वासे का जवाब चौकाने वाला था। बारोट ने इस मामले को लेकर मनपा आयुक्त को लिखित पत्र देकर ज्ञात कराया कि तालुका में आज कोरोना के मरीजों की संख्या कम हुई है. लेकिन मनपा क्षेत्र में तुलिंज अस्पताल में 07 और डी एम पेटिट अस्पताल में 08 बेड के आई.सी.यू. यूनिट है। इन दोनों अस्पताल के आई.सी.यू यूनिट हमेशा मरीजों से भरे रहते है. इसलिए इन अस्पतालों में भी मरीजों के लिए ऑक्सीजन की जरूरत हमेशा रहती है, फिर नागरिकों के लिए करोड़ो की लागत से बने ऑक्सीजन प्लांट बंद रखने के पीछे का कारण क्या है ? क्या इससे किसी की दुकान तो नहीं चलाना है ? यह बात शक के दायरे में में आती है। इसलिए बारोट ने इस मामले में वसई विरार मनपा आयुक्त को निवेदन देकर मांग की है कि, नागरिकों के टैक्स से बने यह ऑक्सीजन प्लांट क्यों बंद है? और यह प्लांट बंद रखने के पीछे का मनपा का कारण क्या है। इस मामले का लिखित में स्पष्टीकरण दिया जाए. बारोट ने इस विषय को लेकर महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को भी ईमेल के जरिए अवगत कराया है.।
ऑक्सीजन प्लांट मामले में मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को भेजा ईमेल
फ़रवरी 12, 2022
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