मामूली कहासुनी को अजब गजब ढंग से पेश करते कलमकार
गोरखपुर। नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल में स्थानीय पत्रकारों के बीच हुई मामूली तू तू मैं मैं को काफी बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जा रहा हैं। मामूली कहासुनी को स्थानीय कलमकारों ने अलग ही रंग दे दिया, अपने पत्रकार साथी को मनबढ़ और असलहाधारी तक बताया जा रहा हैं। आप को बताते चले कि यह मामला वार्ड नं० 3 टेकवार का है। जहा उपेन्द्र और अवधेश गुप्ता के बीच एक कार्यक्रम में चुनावी मुद्दे पर बात करते करते कहासुनी हो गईं ,जिसमे दोनों के बिच गाली गलौज हो गई इतना होने के बाद स्थानीय लोगों ने दोनों पक्षों को समझाने बुझाने पर मामला शांत हो गया और दोनो पक्ष अपने घर चले गये कुछ ही समय बीतने के बाद एक कलमकार इस मामले को चौकी तक पहुंचा दिया। फिर उसके बाद शुरू हुआ कानूनी दांव पेंच।उनवल पुलिस इतना सक्रिय हो गई है कि बिना गिरफ्तारी वाले धारा में भी वर्दी के आड़ में न्याय भूल तानाशाही चालू कर दी है।आनन फानन में पत्रकार को गिरफ्तार करने के लिए दिन रात एक कर दिया है। आरोप लगने पर पुलिस बिना दूसरे पक्ष को सुने ही अपने कार्यवाही में मस्त दिख रही है। उनवल के कुछ पत्रकार मानो चौकी थाना पर बैठ अपना सिक्का चला रहे हैं।मतलब साफ़ है कि जो मामला आपसी सूझ बुझ से सुलझ सकता था उसको इतना बड़ा बना दिए हैं कि उनवल चौकी प्रभारी आम पब्लिक के सुरक्षा के नाम पर पत्रकारों का शोषण करते दिख रहे हैं। पत्रकारिता जगत में गिरता स्तर निंदनीय और सोचनी है ।पत्रकार बंधुओं के बीच आपसी मतभेद, आदर सम्मान की भावना का ह्रास, धैर्य की कमी , वैमनस्य को बढ़ावा दे रहा है जो काफी विचारणीय और यक्ष प्रश्न है। हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव