सपा नेता मनोरंजन यादव की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने बनाई 5 टीमें
गोरखपुर के चौरीचौरा के भोपा बाजार में बवाल, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना एक बड़ी साजिश थी। जिस दिन योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे उसी दिन गोरखपुर में बड़ा बवाल कराने की साजिश रची गई थी। पुलिस की जांच में अब यह बात सामने आ रही है और साजिशकर्ता के रूप में स्थानीय स्तर पर सपा नेता मनुरोजन यादव का भी नाम सामने आ गया है। एसएसपी ने मनुरोजन सहित तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। पुलिस की पांच टीमें इनकी तलाश में दबिश दे रही हैं।
_झंगहा क्षेत्र के राघव पट्टी पड़री के फैलहा टोला निवासी सेना के जवान धनंजय यादव की मौत को लेकर 25 मार्च को चौरीचौरा के भोपा बाजार में जमकर बवाल हुआ था। एक घंटे तक रेल ट्रैक रोका गया था पांच घंटे तक गोरखपुर-देवरिया मार्ग को शव रखकर ठप कर दिया गया था। डीएम ने पीड़ित परिवार से बात की और करीब-करीब सहमति भी बन गई थी उसके बाद अचानक उपद्रवियों ने पुलिस प्रशासन पर पथराव कर दिया था।
इस दौरान पुलिस के साथ ही आम लोगों की भी गाड़ियां भी तोड़ी गई थीं। अगजनी भी हुई थी। इस मामले में सात एफआईआर दर्ज की गई। एक रेलवे पुलिस ने दर्ज की तो वहीं छह एफआईआर चौरीचौरा थाने में दर्ज हुई। इस में पांच रिपोर्ट आम लोगों की ओर से तो एक रिपोर्ट इंस्पेक्टर चौरीचौरा की तहरीर पर दर्ज हुई।
एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी के नेतृत्व में रविवार को पुलिस ने 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पता चला कि सपा के कई नेता घटनास्थल से दूर रहकर भीड़ को उकसा रहे थे। इन लोगों में मुख्य रूप से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के पति सपा नेता मनुरोजन यादव, चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष नरसिंह यादव और अरविंद यादव का नाम सामने आया। एसएसपी ने तीनों के खिलाफ 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। इनकी तलाश को पांच टीमें दबिश दे रही है वहीं
मृतक सैनिक धनंजय यादव के पिता रामनाथ यादव ने कहा कि उनके परिवार ने प्रशासन के निर्देशों का पालन किया लेकिन उनके ही परिवार के सदस्यों तथा निर्दोषों पर केस दर्ज कर प्रताड़ित किया जा रहा है। सोमवार को सिर मुड़ाने की क्रिया होनी थी लेकिन प्रशासन के भय से कोई नहीं आया।
सपा ने पुलिस पर लगाया ज्यादती का आरोप
सपा नेताओं ने जिलाधिकारी से मिलकर सोमवार को ज्ञापन सौंपा। आरोप लगाया कि चौरीचौरा में सैनिक धनंजय यादव के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने तथा तोड़फोड़ किए जाने के मामले में पुलिस द्वारा निर्दोष लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिलाधिकारी से इस मामले की जांच कराने और निर्दोषों के खिलाफ कार्रवाई रुकवाने की गुजारिश की। सपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि चौरीचौरा के राघोपट्टी पड़री (फैलहा) में झंगहा क्षेत्र के सैनिक का शव एंबुलेंस से आने के कारण आक्रोश फैल गया। कुछ युवाओं ने शव भोपा बाजार चौराहे पर रखकर आंदोलन शुरू कर दिया। इसमें किसी राजनीतिक दल या नेता की कोई भूमिका नहीं थी। जबकि प्रथम सूचना रिपोर्ट में मनुरोजन यादव, नरसिंह यादव, डबलू मियां को नेतृत्वकर्ता दिखाकर राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।
अलग-अलग इलाकों से जुटाई गई भीड़
चौरीचौरा के भोपा बाजार में बवाल कराने वालों ने अलग-अलग इलाकों से भीड़ जुटाई थी। बवाल के मास्टर माइंड माने जा रहे मनुरोजन यादव वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में चौरीचौरा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी रहे थे। नामजद आरोपित झंगहा, चौरीचौरा, खोराबार और पिपराइच क्षेत्र के रहने वाले भी सामने आए हैं। इसका साफ मतलब है कि बड़े स्तर पर बवाल कराने के लिए बाहरी लोगों को बुलाया गया। इनकी गिरफ्तारी के लिए संबंधित थानों की टीम भी लगाई गई है।
लखनऊ में मिल रही लोकेशन
घटना में नाम सामने आने के बाद ही मनुरोजन, नरसिंह और उनके साथियों ने शहर छोड़ दिया। इनके सहयोगी गलत तरीके से नाम शामिल किए जाने की दलील दे रहे हैं। सोमवार को गोरखपुर पुलिस की टीम ने देवरिया, कुशीनगर के साथ ही जिले में कई स्थानों पर छापेमारी की। देर शाम पता चला कि मनुरोजन व उसके साथी लखनऊ चले गए हैं। हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव