धूस लेने वाले दो अभियोजन अधिकारियों को सेवा समाप्त करने के लिए डीएम ने शासन को भेजी संस्तुति
कर्मचारी व अधिकारी गण अपने-अपने कार्यालयों में भ्रष्टाचार मुक्त करें कार्य
हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर।डीएम ने अभियोजन के दो अधिकारियों को निलंबन करने की शासन को भेजा संस्तुति जो मोटी रकम लेकर बनाते थे गैंगेस्टर जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने बताया कि और अधिकारियों व कर्मचारियों की जांच की जा रही है संलिप्तता मिलने पर उनके ऊपर भी कार्यवाही की जाएगी डीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अन्य किसी भी विभाग में किसी प्रकार की पैसा लेने की शिकायत प्राप्त होगी तो उनके खिलाफ जांच कराने के बाद तत्काल सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए सेवा समाप्त करने तक की कार्यवाही की जाएगी अभियोजन के दो अफसर रुपये लेकर बनाते थे गैंगस्टर, वीडियो हुआ वायरल तो डीएम ने की निलंबन की संस्तुति
गोरखपुर में अभियोजन विभाग में रिश्वत लेकर गैंगस्टर बनाने के खेल का खुलासा हुआ है। यहां दो अधिकारी ऐसे थे जो रुपये लेकर लोगों को गैंगस्टर बनाते थे अभियोजन विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों का घूस लेते वीडियो रविवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। डीएम ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच कराई तो मामला सही मिला। डीएम ने दोनों अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई और निलंबन के लिए गृह विभाग को पत्र लिखा है। वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों में हड़कंप है।
वीडियो अविरल सिंह के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीएम, गोरखपुर पुलिस और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी भी टैग हैं। पोस्ट में लिखा है कि 'गैंगस्टर के मामलों में घूस लिया जा रहा है, वो भी गोरखपुर में। प्रभारी संयुक्त निदेशक अभियोजन अशोक वर्मा तथा ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय द्वारा गैंगस्टर अपराधियों को बचाने के लिए स्टिंग हुआ वायरल।' जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह को तत्काल जांच सौंपी एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह ने तत्परता दिखाते हुए शाम को ही जिलाधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंप दिया की वीडियो में दिखाई दे रहे रुपये लेते नजर आ रहे अधिकारी प्रभारी संयुक्त निदेशक अभियोजन अशोक वर्मा तथा ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रण विजय ही हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर अभियोजन अधिकारियों के ऊपर तत्काल कार्रवाई डीएम ने किया आगे अन्य कर्मचारियों अधिकारियों की संलिप्तता की जांच कराई जा रही हैं पुष्ट होने पर उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी अन्य किसी भी विभाग में अगर शिकायत मिलती है लेन-देन की तो उनकी भी जांच कराने के बाद तत्काल उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई करने का काम किया जाएगा।