हम भारती न्यूज़
मंडल ब्यूरो चीफ राजेश्वर सिंह
संभल से खास खबर
आज कलेक्ट्रेट सभागार बहजोई में जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में स्थाई एवं अस्थाई गौ आश्रय स्थलों से संबंधित बैठक का आयोजन किया। जिसमें सर्वप्रथम मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद की गौ आश्रय स्थलों के लिए भूसा दान सभी ग्राम पंचायतों से कराया कराया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद से आए लगभग 39 ग्राम प्रधानों से भूसे के विषय में जानकारी प्राप्त की तथा गौशालाओं के आधारभूत सुविधाओं को विशेषकर सुधारने के निर्देश दिए। सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गौशालाओं का स्थलीय निरीक्षण करते रहें। ताकि गौशालाओं मे किसी प्रकार की समस्या ना उत्पन्न हो। साथ ही उन्होंने भूसे की प्रतिदिन की रिपोर्ट हरा चारा, खल चोकर, गौशालाओं में टीन शेड, पेयजल एवं साफ-सफाई की व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही गौशालाओं में वास्तविक रूप से कितने गोवंश हैं उसकी संख्या रजिस्टर में दर्ज की जाए। एवं सांड, गाय, बीमार पशु एवं बछड़ों के लिए बैरिकेडिंग के माध्यम से अलग-अलग व्यवस्था की जाए। गोबर बिक्री की आय का हिसाब भी रजिस्टर में मेंटेन किया जाए। समस्त खंड विकास अधिकारी एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अगले 7 दिन में गोबर की आय का विवरण प्रस्तुत करेंगे। गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए भी योजना बनाई जाए। जिससे गौशालाओं की आय में वृद्धि हो केयरटेकर के नाम एवं फोन नंबर तथा उनको भुगतान हुआ है या नहीं उनका भी एक स्टॉक रजिस्टर तैयार किया जाए। साथ ही सभी गौशालाओं में 6-6 फिट के कम से कम 10 पेड़ लगाए जाएं। जिनमें पिलखन, पीपल, बरगद आदि प्रमुख रूप से हो। जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि जनपद में अत्यधिक संख्या में गोवंश सड़कों पर दिखाई देते हैं। किसानों की शिकायत रहती है कि फसलें अधिकतर खराब हो रही हैं बरसात के समय खेतों में पानी भरने के कारण गोवंश को सड़कों पर आने की संभावना रहेगी जिसकी तैयारियों को लेकर दिशा निर्देश दिए उन्होंने कहा कि कृषि को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी प्रधान की होती है। एवं किसी प्रकार की ग्राम पंचायत स्तर पर लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित प्रधान के खिलाफ कार्यवाही संज्ञान में लाई जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद की कुछ गौशाला ऐसी है जिनमें पशुओं के लिए कोई भी सुविधा नहीं है जैसे कि पेड़, पौधे, खाने के लिए पर्याप्त भूसा चारा तथा गौशाला के निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी खराब देखने को मिली है गौशालाओं के प्रबंधन में अगर कहीं भ्रष्टाचार की शिकायत आती है तो व्यक्तिगत रूप से संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गौशालाओं में लोहे के पाइप का स्ट्रक्चर तैयार कर उसका शेड तैयार किया जाए। गौशालाओं के अंदर कोई भी गोवंश धूप में दिखाई ना। साथ ही उनकी चारे की व्यवस्था पर्याप्त रूप से व्यवस्थित की जाए। गोवंशों के लिए जहां भूसा स्टोर करने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है वहां बोंगा का निर्माण कराकर भूसा स्टोर किया जाए। 10 जून तक जितने गोवंश गौशालाओं में हैं उतने गोवंशों के लिए पर्याप्त भूसा गौशालाओं में स्टोर करवाना सुनिश्चित करें। 25% दान से एवं अन्य अगर पर्याप्त पैसा नहीं है। तो क्रेडिट के माध्यम से किसान एवं ठेकेदारों से खरीदा जाए। उन्होंने सभी संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि 10 जून के बाद पर्याप्त भूसा सभी गौशालाओं पर नहीं मिला तो जिम्मेदारी तय की जाएगी प्रत्येक गौशाला पर सचिवों की जिम्मेदारी होगी कि वहां सभी आवश्यक रजिस्टर तैयार कर ले। प्रत्येक पशु को मानक के अनुसार एवं पर्याप्त भूसा नहीं मिला तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई संज्ञान में लाई जाएगी। जितना भूसा पशुओं को दिया जा रहा है उतना ही अपने स्टॉक रजिस्टर में दर्ज करें। अगर निरीक्षण के दौरान कोई कमी पाई जाती है तो संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में चारागाह की जमीन उपलब्ध है प्रत्येक ग्राम पंचायत के प्रधान को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम में चारागाह की जमीन पर हरा चारा तैयार किया जाए। 1 महीने के अंदर अगर प्रत्येक पंचायत में चारा उपजाने का कार्य नहीं किया गया। तो कार्रवाई संज्ञान में लाई जाएगी प्रत्येक दशा में चारागाह भूमि को मुक्त करवाया जाए। तथा प्रत्येक गौशाला में एक गोबर का रजिस्टर भी बनाया जाए। जो भूसा दान में मिल रहा है उसका इस्तेमाल अभी ना किया जाए। जब भूसे की कमी पड़े तब खंड विकास अधिकारी की अनुमति से ही उसको इस्तेमाल किया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी उमेश कुमार त्यागी, परियोजना निदेशक डीआरडीए रमेश चंद्र, डीसी मनरेगा बलवंत सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी जाहिद हुसैन, जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मुन्ना लाल यादव, सभी विकास खंड अधिकारी, सभी ग्राम पंचायत प्रधान एवं ग्राम पंचायत अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
जारी जिला सूचना कार्यालय जनपद संभल।