अब पूरी क्षमता से उत्पादन को तैयार गोरखपुर खाद कारखाना, यहां के यूरिया की है अलग पहचान
हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल में विकास की नई इबारत लिख रहा गोरखपुर खाद कारखाना अब पूरी क्षमता से ‘दौड़ने’ को तैयार हो गया है। 21 जुलाई तक कारखाने में पूरी क्षमता से यानी रोजाना 3,850 मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन शुरू हो जाएगा। कुछ दिनों से मशीनों की जांच व मरम्मत (सर्विसिंग) का काम चल रहा था जो मंगलवार को पूरा हो गया। बुधवार शाम से फिर से उत्पादन शुरू हो जाएगा
हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के अधिकारियों का कहना है कि अगले 15 दिन के भीतर पूरी क्षमता के साथ उत्पादन होने लगेगा। इसी के साथ अब कारखाना लगाने वाली जापानी कंपनी टोयो, एचयूआरएल को इसे हैंडओवर कर देगी। इसके बाद एचयूआरएल ही इसका संचालन करेगी।
गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल में विकास की नई इबारत लिख रहा गोरखपुर खाद कारखाना अब पूरी क्षमता से ‘दौड़ने’ को तैयार हो गया है। 21 जुलाई तक कारखाने में पूरी क्षमता से यानी रोजाना 3,850 मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन शुरू हो जाएगा। कुछ दिनों से मशीनों की जांच व मरम्मत (सर्विसिंग) का काम चल रहा था जो मंगलवार को पूरा हो गया। बुधवार शाम से फिर से उत्पादन शुरू हो जाएगा।
हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के अधिकारियों का कहना है कि अगले 15 दिन के भीतर पूरी क्षमता के साथ उत्पादन होने लगेगा। इसी के साथ अब कारखाना लगाने वाली जापानी कंपनी टोयो, एचयूआरएल को इसे हैंडओवर कर देगी। इसके बाद एचयूआरएल ही इसका संचालन करेगी।
गोरखपुर खाद कारखान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से करीब तीन दशक बाद दोबारा शुरू हुए इस कारखाने ने मई 2022 में ही रोजाना तीन हजार मीट्रिक टन से अधिक का उत्पादन शुरू कर दिया था। यही नहीं 30 मई को एक दिन में 4,040 मीट्रिक टन यूरिया आपूर्ति का भी रिकार्ड बना। कारखाने से अब तक एक लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया की आपूर्ति हो चुकी है। एचयूआरएल के इस खाद कारखाने की शुरुआत में 1,800 से 1,900 मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन हुआ था। एचयूआरएल के वरिष्ठ महाप्रबंधक सुबोध दीक्षित ने बताया कि कुछ दिनों से मशीनों की सर्विसिंग का काम चल रहा था जो अब पूरा हो गया है। बुधवार से फिर से उत्पादन शुरू हो जाएगा। जबकि 20 या 21 जुलाई तक कारखाने में पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू हो जाएगा।