सिर्फ सुर्खियां बटोरती है गोरखपुर पुलिस:CCTV लगवाने वालों के घर बजवा रही बैंड, फुटेज से घटनाओं का खुलासा करने में नाकाम
हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर पुलिस सिर्फ कागजी आदेशों और हर रोज नई-नई योजनाएं शुरू करके सुर्खियां बटोरने में माहिर है। इन दिनों पुलिस विभाग के आला अफसर सीसीटीवी कैमरे लगवाने वाले शहर के बड़े व्यापारियों के घर बैंडबाजा लेकर पहुंच रहे हैं। इन व्यापारियों को माला पहनाकर सम्मानित कर रहे हैं। पुलिस के कहने पर शहर के चौराहों पर इन व्यापारियों ने अपनी तरफ से CCTV लगवाया है।
दावा है कि अगर व्यापारी शहर के चौराहों को गोद लेकर पूरी तरह CCTV से लैस करा देंगे, तो क्राइम कंट्रोल में पुलिस को काफी मदद मिलेगी। हैरानी वाली बात यह है कि अब तक जिन मामलों में पुलिस के हाथ CCTV फुटेज आए भी हैं, उनमें से अधिकांश मामलों का खुलासा करने में पुलिस पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। आइए, आपको ऐसे 4 केस बताते हैं, जिनमें CCTV फुटेज होने के बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर सकी...
केस: 1 बुर्का पहने कार में आग लगाने वाली महिला कौन?
10 जून की रात कैंट इलाके में मझौली कंपाउंड में खड़ी एक कार में बुर्का पहने संदिग्ध महिला ने आग लगा दी। कार के टायर के पास आग जलती देख, वहां खेल रहे बच्चों ने शोर मचाया, तो महिला फरार हो गई। स्थानीय लोगों ने आग बुझा कर पुलिस को सूचना दी, कैंट पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। देर रात मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद हरकत में आई कैंट पुलिस ने छानबीन शुरू की।
गाड़ी मालिक ने अज्ञात बुर्का पहने महिला के खिलाफ कैंट थाने में तहरीर और CCTV फुटेज भी दी है। फुटेज सामने आने के बाद भी पुलिस अब तक उस संदिग्ध महिला का कोई सुराग नहीं लगा सकी। आशंका जताई गई थी कि महिला के इस वारदात के पीछे अग्निपथ स्कीम और नुपुर शर्मा के बयान के बाद देश भर में चल रही हिंसा के बीच माहौल खराब करने के लिए कोई बड़ी साजिश रची गई थी।
केस: 2- फाइनेंस कंपनी के लूटने वाले अभी भी फरार
चौरीचौरा से नई बाजार रोड स्थित जंगल महादेवा में 12 अगस्त 2021 की रात फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस कंपनी कार्यालय में 4.10 लाख रुपए की डकैती पड़ी थी। बदमाशों ने असलहे के बल पर वारदात को अंजाम दिया था। कुछ कर्मचारियों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन बदमाशों ने कर्मचारी शुभम द्विवेदी को असलहे के बट से मारकर घायल कर दिया।
उसके सिर में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस के आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए और CCTV फुटेज और कर्मचारियों द्वारा बताए गए बदमाशों के हुलिए के आधार पर उनकी तलाश शुरू कर दी है। नौ महीने बाद भी पुलिस CCTV फुटेज होने के बाद भी बदमाशों को पकड़ नहीं सकी।
केस: 3- ज्वैलरी शॉप लूटने वाले बदमाशों का भी नहीं लगा सुराग
15 फरवरी 2021 को खोराबार के कुसम्ही बाजार में स्थित मोहनलाल गिरधारी ज्वैलर्स की दुकान से बदमाश 2.60 लाख नकदी समेत 37 लाख के गहने लूट ले गए थे। मालिक के भांजे को पिस्टल के दम पर चार बदमाशों ने बंधक बनाकर घटना को अंजाम दिया। अगले दिन सुबह शौचालय में बंद भांजे ने दरवाजा तोड़कर शोर मचाया।
पड़ोसियों ने दुकान मालिक गिरधारी लाल को फोन कर घटना की जानकारी दी। इस मामले में भी पुलिस को बदमाशों और वारदात का CCTV फुटेज मिला, लेकिन करीब डेढ़ साल से अधिक का वक्त बीत जाने के बाद भी अब तक बदमाश पकड़े नहीं गए।
केस: 4- शादियों में चोरी करने वाला भी नहीं पकड़ा गया
11 जून की रात खोराबार इलाके में एक शादी में दो युवकों ने खाना खाया और फिर एक महिला का बैग चुराकर फरार हो गए। बैग में कैश सहित डेढ़ से दो लाख रुपए नगद और ज्वेलरी थी। यह पूरी घटना CCTV में कैद हो गई। इस मामले में खोराबार पुलिस शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर बैग चुराने वाले युवकों की तलाश में जुटी रही। इस अब तक पुलिस चोरों को पकड़ पाना तो दूर, उनकी पहचान भी नहीं कर सकी है।
लापरवाह पुलिसकर्मियों पर होगा एक्शन
एडीजी अखिल कुमार का कहना है कि CCTV लगने से बदमाशों की पहचान हो जाती है। इससे वारदात करने वालों को जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है और घटनाओं को काबू किया जा सकता है। वारदात होने पर उसके खुलासे में भी मदद मिलती है। हालांकि, वे यह भी कहते हैं कि जिन मामलों में फुटेज होने के बाद भी उनकी पहचान नहीं हो सकी है, इसके लिए संबंधित थानों से प्रगति रिपोर्ट मांगी जाएगी। जिन मामलों में पुलिस की लापरवाही की बात आएगी, उनमें पुलिस खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा।