निर्जला व्रत रख माताओं ने की पुत्र के दीर्घायु होने की कामना
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर। जीवित्पुत्रिका व्रत (जिउतिया) का पर्व सोमवार को श्रद्धापूर्वक मनाया गया।माताओं ने संतान की दीर्घायु होने की कामना के साथ निर्जल व्रत रखा।साथ ही परिवार और संतान के लिए मंगलकामना भी की।
दोपहर के बाद माताओं ने संतान की समृद्धि और आरोग्य के मनोरथ के साथ बरियार (पौधे) की पूजा की। निर्जला उपवास में ही माताओं ने संध्या समय राजा जीवमूतवाहन और राजा परीक्षित की कथा भी सुनी। माताएं मंगलवार को अपने और अपनी संतान के गले में जिउतिया बांधने के बाद व्रत का पारण करेंगी।
सोमवार को साफ-सफाई का सिलसिला भोर से ही शुरू हो गया।माताओं ने सूर्य उगने से पूर्व सरगही खाकर पानी पिया।फिर पूरे दिन निर्जल व्रत रखने का संकल्प लिया। दोपहर के बाद चिचिहड़ा का दातून कर माताओं ने स्नान किया और उसके बाद पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना का क्रम शुरू हुआ।माताएं बरियार के पौधे के पास पहुंचीं और पौधे को सिंदूर से टीका गया और फिर उसमें जल अर्पित किया।फिर व्रती माताओं ने समूह में बैठकर व्रत के महात्म्य की कथाएं सुनीं।माताएं व्रत का पारण मंगलवार को करेंगी।