आधार से पैसे निकाल कर करोडो का फ्रॉड करने वाले 02 साइबर अपराधी गिरफ्तार
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
संक्षिप्त विवरण-
गोरखपुर श्री विकाश मकवाना पंचशील टेक पार्क वन, येरवडा पिन कोड-411006, पुणे, महाराष्ट्र में स्थित ईज़ी पे प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर के रूप में कार्यरत है जिनके द्वारा साइबर अपराध थाना गोरखपुर परिक्षेत्र, को जरिए डाक सुचित कराया गया कि ईज़ी पे प्राइवेट लिमिटेड के पार्टनर बैंक (yes बँक और एनएसडीएल पेमेंट बैंक, एक्वायरर बैंक) से एईपीएस बल्क फ्रॉड ईमेल नोटिफिकेशन प्राप्त हुआ है, जिसमें ग्राहक ने बताया कि उसने लेनदेन नहीं किया था और राशि उसके बैंक खाते से डेबिट कर दी गई थी। हमने ग्राहक से बात करके मामले की जांच की और उनके अनुसार हमारी गोरखपुर के कुछ एजेंट ने कस्टमर्स क आधार नंबर और अंगूठे कि निशान का डाटा लेकर उनके बैंक अकाउंट से अनधिकृत पैसा निकाल लिया और फिर वो सारा पैसा खुद के बैंक खाता बैंक में ट्रांसफर कर लिया । जाँच के बाद मु0अ0सं0 18/2022 धारा 419,420, भादवि व 419,420 भादवि व 43,66,66C IT एक्ट दिनाँक 18/11/2020 को अभियोग पंजीकृत किया गया ।
उपरोक्त घटना की गम्भीरता के दृष्टिगत पुलिस उप महानिरीक्षक, गोरखपुर परिक्षेत्र, श्री रविन्द्र कुमार गौड इस घटना के अनावरण हेतु डॉ0 गोरव ग्रोवर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय, गोरखपुर के निर्देशन में श्रीमति इन्दु प्रभा पुलिस अधीक्षक अपराध गोरखपुर के पर्यवेक्षण व श्रीमान क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ गोरखपुर के नेतृत्व में साइबर अपराध थाना गोरखपुर परिक्षेत्र घटना कारित करने वाले एवं घटना के शीघ्र एवं सफल अनावरण हेतु निर्देशित किया गया ।
परिक्षेत्रीय साइबर थाना गोरखपुर परिक्षेत्र, द्वारा जांच के दौरान ज्ञात हुआ कि ईजी पे कम्पनी पेमेण्ट गेटवे की सुविधा पुरे भारत में देती है जिसके करीब पुरे भारत में 10 लाख एजेण्ट है , और गोरखपुर में लगभग 9 हजार एजेण्ट कार्यरत है जो कि आधार से पैसा निकालना, मनी ट्रांसफर का काम करते है, उन्ही में से कुछ एजेण्ट द्वारा ईजी पे कम्पनी के एप का गलत इस्तेमाल कर के हैदराबाद तथा आसपास के ग्राहको का अनधिकृत रुप से आधार कार्ड तथा फिंगर प्रिंट के माध्यम से करीब एक करोड़ की धन निकासी की गयी ।
नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तगण-
1. विकास उर्फ विक्की साहनी पुत्र विजय साहनी निवासी मकान न0 84 धर्मपुर कॉलोनी, थाना शाहपुर, जनपद गोरखपुर
2. अक्षय यादव पुत्र रामसकल यादव निवासी ग्राम इस्माइलपुर, थाना रौनापार, जनपद आजमगढ़
बरामदगी का विवरण-
1. एक लाख तेईस हजार नगद
2. एक अदद वाहन(दो पहिया) पल्सर सं0 UP 50 BW0411
3. पीले धातु के गहने – कान कि बाली एक जोडा, गले कि चेन एक अदद, एक अदद मंगल सुत्र
4. सफेध धातु के गहने – 11 अदद बिछिया
5. 6 अदद मोबाइल फोन -
I. REAL ME NARZO, IMEI1– 869460057652055, IMEI2- 869460057652048
II. REDMI NOTE 10S IMEI1- 866935059294868, IMEI2-866935053834876
III. SAMSUNG DUOS IMEI1-350480562627448, IMEI2-352339232627444
IV. REALME IMEI1-860756057911832, IMEI2-860756057911824
V. SAMSUNG DUOS IMEI1-350480562630970, IMEI2-352393262630976
VI. SAMSUNG GT-1200Y IMEI- 354739897207655
अपराध का तरीका-
EASYPAY PVT. LTD. एक पेमेण्ट गेटवे कम्पनी है जो कि मनी ट्रांसफर, आधार निकासी, ऑनलाइन रिचार्ज आदि की सेवाएं प्रदान करती है। कम्पनी को उनके SPONSORS BANK-YES BANK, NSDL BANK, KYOSERRA BANK के द्वारा ईमेल के जरिए ग्राहक की शिकायात आयी कि ग्राहक के बिना जानकारी के उसके खाते से आधार कार्ड के जरिए अनधिकृत धन निकासी हुई है । जांच में ज्ञात हुआ कि ये एक AEPS (ADHAR ENABLED PAYMENT SERVICES) जिस तरह के अपराध में साइबर अपराधी के द्वारा भुलेख कि वेबसाइट से ग्राहके के रेजिस्ट्री पेपर डाउनलोड कर लिया जाता है जहा पर अंकित आधार कार्ड संख्या तथा अंगुठे के निशान को लिटमस पेपर पर प्रिंट कर के प्रिंटिग इन्हैंसर के मदद में उक्त फ्रिंगर प्रिंट का नकल कर लेते जिसको मार्फी के मदद से ग्राहक के खाते से अनधिकृत रुप से पैसे कि धन निकासी कर लेते हैं , AEPS (ADHAR ENABLED PAYMENT SERVICES) के मदद से रोजाना 10,000/- अधिकतम धनराशी निकाली जा सकती हैं । ग्राहक के पैसे उसके खाते से निकाल कर EASYPAY कम्पनी के वॉलेट में ट्रांन्सफर हो जाता है , जिसके बाद EASYPAY कम्पनी के वॉलेट के वॉलेट से किसी भी बैंक खाते में ट्रांन्सफर करने के बाद उस पैसे को एटीएम से निकाल लिया करते थें ।
AEPS (ADHAR ENABLED PAYMENT SERVICES) फ्रॉड से बचने के तरिके-
UIDAI (UNIQUI INDENTIFICATION AUTHORITY OF INDIA) कि वेबसाइट https://uidai.gov.in अथवा M-AADHAR APP से अपने BIOMETRIC AUTHENTICATION को हमेशा LOCK कर के रखें ।
1.अपने बायोमेट्रिक्स को लॉक या अनलॉक करने के लिए UIDAI के ऑनलाइन पोर्टल पर जाएँ
2. “Aadhaar Services” सेक्शन से “Lock/Unlock Biometrics” चुनें
3. 12 अंकों का आधार न० और सिक्योरिटी कोड दर्ज करें
4. “Send OTP” विकल्प पर क्लिक करें
5. आधार के साथ रजिस्टर्ड आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा
6. अपने मोबाइल नंबर पर भेजे गए OTP को दर्ज करें और लॉग-इन बटन पर क्लिक करें
7. ये सुविधा आपको अपने बायोमेट्रिक्स को लॉक करने की अनुमति देगी
8. स्क्रीन पर दिखाई देने वाला 4 अंकों का सिक्योरिटी कोड दर्ज करें और “Enable” बटन पर क्लिक करें
9. आपके बायोमेट्रिक्स लॉक हो जाएँगे और अगर आप इसका फिर से उपयोग करना चाहते हैं तो आपको इन्हे अनलॉक करना होगा
10. आप बायोमेट्रिक्स को भी अनलॉक कर सकते हैं। अपने बायोमेट्रिक को अनलॉक करने के लिए, “Login” बटन पर क्लिक करें
11. दिए गए स्थान में अपना आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड दर्ज करें
12. अब “Send OTP” बटन पर क्लिक करें
13. आधार के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा
14. इस OTP को दिए गए स्थान में दर्ज करें और “Login” बटन पर क्लिक करें
15. यदि आप बायोमेट्रिक्स को अस्थायी रूप से अनलॉक करना चाहते हैं, तो सिक्योरिटी कोड दर्ज करें और “Unlock” बटन पर क्लिक करें
16. आपके बायोमेट्रिक्स को अस्थायी रूप से 10 मिनट के लिए अनलॉक किया जाएगा
17. स्क्रीन पर लॉक करने की तारीख और समय का उल्लेख किया जाता है जिसके बाद बायोमेट्रिक ऑटोमैटिक रूप से लॉक हो जाएँगे
18. अगर आप अपने बायोमेट्रिक्स को लॉक नहीं करना चाहते हैं, तो आप लॉक को स्थायी रूप से अनलॉक कर सकते हैं।
19. बायोमेट्रिक लॉक, अनलॉक केवल ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध है।
20. लॉक को अयोग्य करने के लिए UIDAI पोर्टल पर अपने आधार कार्ड का उपयोग कर लॉग-इन करें
21. अपना आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड डालें
22. सिक्योरिटी कोड दर्ज करें और “Disable” बटन पर क्लिक करें
23.जब तक आप इसे फिर से लॉक नहीं करेंगे तब तक आपके आधार बायोमेट्रिक्स स्थायी रूप से बेकार हो जाएगा ।
mAadhaar के माध्यम से biometric को लॉक/अनलॉक करने का तरिका
• mAadhaar ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल करें
• ऐप में अपना प्रोफाइल जोड़ें
• ऐप में अपना आधार प्रोफाइल खोलें
• एप्लिकेशन के ऊपरी दाएं कोने के तीन डॉट्स पर क्लिक करें
• “Biometric Settings” विकल्प को चुनें
• “Enable Biometric Locking” विकल्प को टिक करें
• अब टिक के निशान पर क्लिक करें
• आपके मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाएगा
• UIDAIमोबाइल नंबर पर OTP भेजता है
• OTP एप्लिकेशन में ऑटोमेटिक रूप से दर्ज हो जाता है
• मैन्युअल रूप सेOTP दर्ज करने का कोई विकल्प नहीं है
• आपका बायोमेट्रिक आपके द्वारा कार्य को स्वीकार करने के बाद लॉक हो जाता है
• हालांकि, लॉक को एक्टिव करने में 6 घंटे तक का समय लग सकता है
जब आपको बायोमेट्रिक्स का उपयोग कर आधार को वेरिफाइड करना होगा, आप mAadhaar ऐप के माध्यम से अपने बायोमेट्रिक जानकारी को अनलॉक कर सकते हैं। इसे कैसे करना है-
• अपने mAadhaar ऐप में लॉग-इन करें
• ऐप में अपना प्रोफाइल खोलें
• एप्लिकेशन के ऊपरी दाएं कोने में तीन वर्टिकल डॉट्स पर क्लिक करें
• “Biometric Settings” विकल्प को चुनें
• “Enable Biometric Locking” के विकल्प का चयन रद्द करें।
• अब प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सही के निशान पर क्लिक करें।
• OTP ऐप में ऑटोमेटिक रूप से भेजा और दर्ज किया जाएगा
• आपको प्रक्रिया को स्वीकार करना होगा
• एक बार मंज़ूर होने के बाद, आपके बायोमेट्रिक्स को अस्थायी रूप से10 मिनट के लिए अनलॉक किया जाएगा
• इस समय के दौरान आप अपने बायोमेट्रिक जानकारी का उपयोग करके प्रमाणित कर सकते हैं
• आपका बायोमेट्रिक10 मिनट के बाद ऑटोमेटिक लॉक हो जाएगा
• mAadhaar ऐप के माध्यम से बायोमेट्रिक लॉक को अयोग्य करने का कोई प्रावधान नहीं है
अनावरण करने वाली पुलिस टीम-
1. नि0 भैया छविनाथ सिंह, प्रभारी निरीक्षक साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
2. उ0नि0 विनायक सिंह, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
3. उ0नि0 उपेन्द्र कुमार सिंह, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
4. उ0नि0 दिव्येन्दु तिवारी, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
5. का0 उपेन्द्र सिंह साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
6. का0 ब्रजेश यादव, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
7. का0 दीपचन्द, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
8. का0 दिनेश पटेल, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
9. का0 प्रमोद यादव, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
10. का0 शैलेष पाण्डेय, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
11. का0 राजीव यादव, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।
12. का0 सर्वेश यादव, साइबर अपराध थाना, गोरखपुर परिक्षेत्र. गोरखपुर ।