प्राथमिक विद्यालय परिवार ने बच्चों को दी भावभीनी बिदाई
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर मण्डल ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर विद्यार्थी बनकर बच्चा जब विद्यालय में आता है, तो वह सादगी और भोलेपन से अपने शिक्षक (गुरु)का दिल जीत लेता है। वहीं बच्चा वर्षों की साथ यात्रा के बाद जब अपने गुरू से एक दिन विदाई लेने पहुंचता है,तो भावुक उस पलों को शब्दों में व्यक्त नहीं जा सकता ।
उक्त बातें खंड शिक्षा अधिकारी रजनीश द्विवेदी ने कही। वह सोमवार को विकासखंड पाली के ग्राम लखनापार में प्राथमिक विद्यालय के पांचवीं कक्षा छात्रों के विदाई समारोह के बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बचपन जीवन का सबसे सुनहरा पल होता है। बच्चा विद्यार्थी जीवन में पूरी तरह अपरिपक्व होता है । जिस प्रकार शिक्षा दी जाती है,वह उसी प्रकार ग्रहण कर लेता है। छात्रों में कोमल न मरने दें,यह भी जिम्मेदारी शिक्षक व समाज की है। क्योंकि भावना विहीन मनुष्य एक हिंसक पशु के समान होता है। सभ्य समाज से ही देश का भला हो सकता है।
विद्यालय परिवार से विदाई ले रहे पांचवीं कक्षा के कुल 40 छात्र-छात्राओं को किताबें, पेंसिल,कलम के साथ साथ मेडल देकर भी उन्हें सम्मानित किया गया । हौसला बढ़ाया गया ।
सभा संचालन शिक्षक-सौरभ राज ने कहा किया। अगली उच्च कक्षा सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ उनकी भाव भीनी विदाई की गई। कार्यक्रम में छात्रों के अभिभावकगण के साथ साथ भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। उक्त- अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी रजनीश द्विवेदी, पूर्व प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विपिन बिहारी दुबे, प्रधानाध्यापिका सालिनी सिंह, सौरभ राज, सत्येंद्र अग्रहरि, बृजेश कुमार, सुधाकर सिंह, रीना देवी, गिरीश चंद, पंकज सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।