बस्ती में होगा प्रभु श्री राम की जीवन लीला का भव्य मंचन
20 विद्यालयों के 700 बच्चे महा महोत्सव में होंगे सहभागी
श्री रामलीला महोत्सव की तैयारियाँ तेज
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर मण्डल व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
बस्ती। सनातन धर्म संस्था द्वारा आयोजित होने वाली चतुर्थ वर्ष का श्री रामलीला महोत्सव इस बार पूरी भव्यता के साथ होगा। 26 अक्टूबर से रामलीला का शुभारंभ होगा, 4 नवम्बर को भगवान श्रीराम के राज्यभिषेक के साथ श्रीराम लीला पूर्ण होगी। इस वर्ष श्री रामलीला महोत्सव के मंचन का स्थान- बस्ती क्लब के खुले प्रांगण में किया जाएगा।
प्रेस क्लब सभागार में कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आयोजन समिति के कर्नल केसी मिश्र ने बताया कि 26 अक्टूबर को विघ्नहर्ता श्री गणेश जी के पूजन के साथ श्री रामलीला महोत्सव का भव्य शुभारंभ होगा। बताया कि इस बार का कार्यक्रम विशेष होने वाला है, क्योंकि इस बार जिले के 20 विद्यालयों के लगभग 700 बच्चे अपने अभिनय से प्रस्तुति देने वाले हैं। मंचन को सुंदर बनाने के लिए श्री धनुषधारी रामलीला मण्डल अयोध्या धाम के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा विद्यालय के बच्चों को मंचन हेतु तैयार किया जा रहा है। बताया कि बस्ती का जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगरपालिका अध्यक्ष, अधिशाषी अधिकारी आदि का सहयोग कार्यक्रम को सुंदर बनाने में उपयोगी साबित हो रहा है।
कैलाश नाथ दूबे ने बताया कि भगवान श्री राम इस संसार की आत्मा हैं, मनुष्य के रूप ने नारायण के अवतार में मनुष्यों में सबसे अधिक मर्यादित व उनका जीवन चरित्र सर्वोत्तम है, उनके जीवन से सहजता से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। कहा कि आने वाली पीढ़ी भगवान राम के आचरण, उनके चरित्र, उनके गुणों को धारण करे, अधर्म के मार्ग पर चलने बचे, धर्म, सत्य के मार्ग का अनुसरण करे, पिता, माता, जन्मभूमि, राष्ट्र, धर्म के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें। जिस प्रकार से भगवान श्री राम जी ने वनवासी जनजातियों, कोल कोल भीलों आदि के साथ मिलकर जाति- पाति, ऊंच- नीच का भेद मिटाकर सबको धर्म से जोड़ा उसी तरह आने वाली पीढ़ी उनके आचरण को अपनाकर समाज के शोषित, वंचित लोगों का सहयोग करे, उन्हें सनातन धर्म से जोड़े और भारत की अखंडता हेतु शस्त्र व शास्त्रों की विद्या में रुचि लें। बताया कि भगवान श्री राम जी का जीवन ही सहजता से ग्रहण करने योग्य व सर्वविधि कल्याणकारी है, इसलिए यह महा महोत्सव 700 बच्चों उनके परिवारों, शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ हजारों की संख्या में प्रभु भक्ति के पावन रस का अमृतपान करने वाले दर्शकों के लिए अमूल्य निधि बन रहा है।
इस दौरान सुशील मिश्र, रामकमल सिंह, अनुराग शुक्ल, पंकज त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।