बैतुल मुक़द्दस को आज़ाद कराने की मुहिम है क़ुद्स डे : मौलाना शमशाद
क़ुद्स डे पर शिया जामा मस्जिद के बाहर हुआ प्रदर्शन
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास खबर
गोरखपुर बैतुल मुकद्दस और मुसलमानो के किब्ला अव्वल पर इजराइल के कब्ज़े और फिलिस्तीनी मुसलमानो पर हो रहे ज़ुल्म के खिलाफ शुक्रवार को शिया जामा मस्जिद गोरखपुर में अलविदा जुमा की नमाज़ के बाद शिया फ़ेडरेशन के बैनर तले अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स डे (यौम अल क़ुद्स) मनाया गया। बताते चले की क़ुद्स डे का मतलब होता है मज़लूमो का दिन। इसकी शुरुआत ईरान क्रांति के सर्वोच्च लीडर व शिया धर्मगुरु आयतुल्लाह ख़ुमैनी ने किया था।
इस अवसर पर इमाम जमात जुमा शिया जामा मस्जिद मौलाना शमशाद अब्बास कुम्मी ने कहा कि क़ुद्स डे मस्जिद ए अक्सा पर इज़राइल के अवैध कब्जे के विरोध में एक लोकतांत्रिक एंव शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दिन है।
ईरान में सन 1979 में इस्लामी क्रांति के रहबर हज़रत आयतुल्लाह इमाम ख़ुमैनी साहब ने यह एलान किया था कि माहे रमज़ान के अलविदा जुमे को सारी दुनिया क़ुद्स दिवस के रूप में मनाएं, तभी से हर वर्ष यह आयोजन किया जाता है।
मौलाना ने कहा कि बैतुल मुकद्दस और मुसलमानो के किब्ला अव्वल जैसी मुबारक जगहों पर अमेरीकी सरकार की साजिशों से इज्राईीलियों ने कब्जा कर रखा है। उन्होेने फिलिस्तीन के निवासियों पर जुल्म व सितम के पहाड़ तोड़ रखे हैं जिसका उदाहरण पूरी दुनिया में नही मिलता। वह निर्दोष फिलिस्तीनी मुसलमानों का कत्ल-ए-आम कर रहे हैं।
मौलाना ने कहा कि जब तक फिलिस्तीनी मुसलमानों के साथ न्याय नही होगा उस वक्त तक दुनिया में सही अर्थो में न्याय नही होगा।
इस मौके पर मौलाना डॉ0 सयैद फैयाज़ मोहसिन आब्दी ने कहा कि हमारी खुशनसीबी है कि हम उस मुल्क के बाशिंदे हैं जहां पर हमें हर तरह का प्रोटेस्ट करने की अपनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी रीति रिवाज को अंजाम देने की आजादी है। नमाज़ जुमा के बाद दुनिया के हर मुल्क में यौमे क़ुद्स का प्रोटेस्ट हो रहा है । इजराइल में भी प्रोटेस्ट शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि जुल्म के खिलाफ आवाज़ उठाना इंसानियत है और हमारा देश हमेशा जुल्म के खिलाफ और इंसानियत के साथ रहा है।
इस मौके पर एजाज़ रिज़वी एडवोकेट, शबाहत हुसैन रिज़वी एडवोकेट, साबिर हुसैन, आफताब हुसैन, अहमर रिज़वी एडवोकेट, सिब्ते हसन, रफत हुसैन, सुल्तान हैदर, क़दर रिज़वी, तालिब, अस्करी, मोहम्मद, मंज़र, जाफर, कुमैल, सैफ़ी, विक्की, सोनू, शामू आदि विरोध प्रदर्शन के दौरान उपस्थित रहे।
