तेजतर्रार आइपीएस अधिकारी जुगुल किशोर तिवारी की शीघ्र बहाली की सरकार से मांग
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास खबर
ईमानदारी के साथ पुलिस सेवा दे रहे अधिकारी के साथ है सरकार जाबाज पुलिस अधिकारियों का शोषण बंद करे DIG जुगल किशोर जी की तत्काल बहाली हो ।
DIG जुगलकिशोर तिवारी IPS (जो एक कर्तव्यनिष्ठ, सत्यनिष्ठ व निर्भीक पुलिसअधिकारी रहे हैं) को संभवतः शासन ने इसलिए निलंबित किया क्योंकि वे मानवीय आधार पर हाथरस के ग्रामप्रधान स्व. योगेश उपाध्याय, जिनकी हत्या हिस्ट्रीशीटर जीतूसिंह ठाकुर व उसके साथियों ने की थी, के त्रियोदशाह में शामिल हुए थे.
DIG जुगलकिशोर तिवारी जी की छवि पीड़ितों के प्रति सदैव सहयता हेतु तत्पर रहने वाले व्यक्ति/अधिकारी के रूप में भी रही है.
ये वही बहादुर पुलिस अधिकारी हैं जिन्होंने 2007 में दर्जनों मामलों में वांछित चल रहे माफिया व सांसद अतीक अहमद के इलाहाबाद में स्थित मकान से लेकर सांसद आवास दिल्ली के सरकारी मकान के अंदर लगी नल की टोटी से लेकर चौखट बाजू तक उखड़वा कर सारा सामान जब्त करवा कर थाने में जमा करा उसके यहां बुलडोजर चलवा दिया था. ये बुलडोजर तब चलवाया था जब अतीक की तूती बोलती थी.
इन्होंने ही चित्रकूट जनपद में फैले पाठा के घने जंगलों में विगत 16 जून 2009 को तीन दिनों तक चली कार्रवाई में दुर्दांत डकैत घनश्याम केवट का लाइव इनकाउंटर किया था. आपने चित्रकूट के जंगलों से डकैतों का लगभग सफाया कर पूरे क्षेत्र में शांति बहाली का काम किया था.DIG जुगलकिशोर तिवारी IPS (जो एक कर्तव्यनिष्ठ, सत्यनिष्ठ व निर्भीक पुलिसअधिकारी रहे हैं) को संभवतः शासन ने इसलिए निलंबित किया क्योंकि वे मानवीय आधार पर हाथरस के ग्रामप्रधान स्व. योगेश उपाध्याय, जिनकी हत्या हिस्ट्रीशीटर जीतूसिंह ठाकुर व उसके साथियों ने की थी, के त्रियोदशाह में शामिल हुए थे.
DIG जुगलकिशोर तिवारी जी की छवि पीड़ितों के प्रति सदैव सहयता हेतु तत्पर रहने वाले व्यक्ति/अधिकारी के रूप में भी रही है.
ये वही बहादुर पुलिस अधिकारी हैं जिन्होंने 2007 में दर्जनों मामलों में वांछित चल रहे माफिया व सांसद अतीक अहमद के इलाहाबाद में स्थित मकान से लेकर सांसद आवास दिल्ली के सरकारी मकान के अंदर लगी नल की टोटी से लेकर चौखट बाजू तक उखड़वा कर सारा सामान जब्त करवा कर थाने में जमा करा उसके यहां बुलडोजर चलवा दिया था. ये बुलडोजर तब चलवाया था जब अतीक की तूती बोलती थी.
इन्होंने ही चित्रकूट जनपद में फैले पाठा के घने जंगलों में विगत 16 जून 2009 को तीन दिनों तक चली कार्रवाई में दुर्दांत डकैत घनश्याम केवट का लाइव इनकाउंटर किया था. आपने चित्रकूट के जंगलों से डकैतों का लगभग सफाया कर पूरे क्षेत्र में शांति बहाली का काम किया था. पंडित जुगल किशोर तिवारी जी को बहाल किया जाए l उमेश पाण्डेय जिला संवाद दाता वरिष्ठ पत्रकार प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश l