बीस वर्ष बाद मिले दोस्तों ने बेसिक शिक्षा को पहली पसन्द बनाने की खायी सौगन्ध
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर बीस वर्ष बाद मिले थे तबके दोस्त, अब सभी शिक्षक
बीस वर्ष बाद मिले दर्जनों साथियों बेसिक शिक्षा को समाज की पहली पसन्द बनाने की शपथ ली। सबने एक दूसरे से मिलकर पुरानी यादों को साझा किया। शिक्षक बने सभी साथियों ने समाज की बेहतरी के लिए कार्य करने का प्रण किया।
वर्ष 2004 में जनपद के अलग अलग ब्लाकों से डायट परिसर में जुटे अस्सी लोग तब एक दूसरे को जानते पहचानते नहीं थे। तीस दिवसीय प्रशिक्षण करने के बाद जब अन्तिम दिन निकले तो किसी को विश्वास नहीं था कि जीवन में फिर कभी मिलेंगे। तब किसी के पास मोबाइल नहीं था। लोग अपनी अपनी जिन्दगी में ऎसे रमे कि फिर कभी एक दूसरे की सुधि लेना भूल गये।
कार्यक्रम के आयोजक शिक्षक बने अविनाश शुक्ल ने बताया कि बीस वर्ष होने के बाद एकदूसरे को ढूढने और मिलने का मन हुआ। बेचन सिंह, संतोष त्रिपाठी और प्रज्ञा सिंह ने विचार को बल दिया फिर मुहिम चली सबको ढूढने की। एक माह में सबने मिलकर पचास से अधिक को ढूंढ लिया। महराजगंज, संत कबीर नगर, बस्ती गोरखपुर से पच्चीस साथी जो अब शिक्षक बन चुके है ने एक शैक्षिक संस्थान में मुलाकात कर एक दूसरे से अपनी भावनाएँ बांटी। जुटे साथियों में शिव कुमार धर दूबे, रमेश दूबे, रंजू पाण्डेय सुनील शर्मा, संयोगिता पाल, स्वर्णलता सिंह, जगदीश प्रसाद, प्रमोद शर्मा, राजेश गौड़, हितेन्द्र मौर्या सहित दो दर्जन से अधिक साथी जुटे।