हम भारती न्यूज़
संवाददाता मोहम्मद अशरफ जिला ब्यूरो चीफ सारण बिहार
छपरा जंक्शन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर राकेश कुमार की मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब वे छपरा जक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर निरीक्षण मंगलवार को कर रहे थे।घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई । निरीक्षक के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे में कार्यरत सीनियर सेक्शन इंजीनियर राकेश कुमार यादव की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वे निरीक्षण के दौरान ही बेहोश होकर गिर पड़े। यह हादसा मंगलवार को हुआ जब वे अपने उच्च अधिकारियों के साथ निरीक्षण में शामिल थे। आनन-फानन में उन्हें छपरा जंक्शन स्थित रेल अस्पताल लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मूल रूप से नालंदा जिले के हिलसा के रहने वाले 52 वर्षीय राकेश कुमार यादव का परिवार वर्तमान में पटना में निवास करता है। उनके निधन की सूचना मिलते ही परिजन छपरा सदर अस्पताल पहुंच गए। घटना के बाद रेलकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई। रेल अस्पताल के कर्मचारी किशन देव शाह, रितेश विभु एवं सहायक IOW गुंजन कुमार समेत अन्य कर्मचारियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (NERMC) के शाखा मंत्री संजय तिवारी ने इस घटना के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा बनाए जा रहे मानसिक दबाव और अत्यधिक कार्यभार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने मांग की कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अधिकारियों की कार्यशैली में बदलाव लाया जाए।अभी तक पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी थी। वहीं, रेलवे अधिकारियों और कर्मियों में गहरा शोक व्याप्त है।हम भारती न्यूज़
संवाददाता मोहम्मद अशरफ जिला ब्यूरो चीफ सारण बिहार
छपरा जंक्शन पर निरीक्षण के दौरान सीनियर सेक्शन इंजीनियर राकेश कुमार की मौत
छपरा जंक्शन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर राकेश कुमार की मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब वे छपरा जक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर निरीक्षण मंगलवार को कर रहे थे।घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई । निरीक्षक के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे में कार्यरत सीनियर सेक्शन इंजीनियर राकेश कुमार यादव की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वे निरीक्षण के दौरान ही बेहोश होकर गिर पड़े। यह हादसा मंगलवार को हुआ जब वे अपने उच्च अधिकारियों के साथ निरीक्षण में शामिल थे। आनन-फानन में उन्हें छपरा जंक्शन स्थित रेल अस्पताल लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मूल रूप से नालंदा जिले के हिलसा के रहने वाले 52 वर्षीय राकेश कुमार यादव का परिवार वर्तमान में पटना में निवास करता है। उनके निधन की सूचना मिलते ही परिजन छपरा सदर अस्पताल पहुंच गए। घटना के बाद रेलकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई। रेल अस्पताल के कर्मचारी किशन देव शाह, रितेश विभु एवं सहायक IOW गुंजन कुमार समेत अन्य कर्मचारियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (NERMC) के शाखा मंत्री संजय तिवारी ने इस घटना के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा बनाए जा रहे मानसिक दबाव और अत्यधिक कार्यभार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने मांग की कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अधिकारियों की कार्यशैली में बदलाव लाया जाए।अभी तक पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी थी। वहीं, रेलवे अधिकारियों और कर्मियों में गहरा शोक व्याप्त है।