एक होनहार नौजवान नेता सीपी चंद,
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व्यवहार कुशल सज्जन अति सुशील व्यक्तित्व के नौजवान नेता सीपी चंद किसी परिचय के मोहताज नहीं है, भूतपूर्व मंत्री एवं पूर्वांचल के प्रख्यात नेता स्वर्गीय मार्कंडेय चंद्र कि बड़े सुपुत्र सीपी चंद समाजवादी पार्टी में भले ही थे लेकिन सर्वप्रथम राजनीति में कदम रखते ही इनको लोकसभा कैसरगंज से भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था, गोरखपुर से जाकर कैसरगंज में चुनाव लड़ कर सीपी चंद ने अपने तजुर्बे और व्यक्तित्व का छाप कैसरगंज में जो बिखेरा उसे आज भी लोग याद रखते हैं। चुनाव में पराजित तो हो गए जीत समाजवादी पार्टी के बेनी प्रसाद वर्मा की हुई थी लेकिन कैसरगंज के लोगों के दिलों में जगह बनाने की कामयाबी सीपी चंद को हासिल हुई।
सीपी चंद को पिछले दिनों सपा ने अपना एमएलसी प्रत्याशी बनाया और एन वक्त पर टिकट काटकर पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव को टिकट थमा दिया, सीपी चंद एमएलसी चुनाव की पूरी तैयारी कर चुके थे इसलिए पीछे नहीं हटे और अपने सहयोगियों समर्थकों के दम पर निर्दल चुनाव लड़ गए और ऐतिहासिक जीत हासिल किए हालांकि चुनाव जीतने के बाद फिर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिए। सीपी चंद के परिवार की गिनती पूर्वांचल के दमदार राजनीतिक परिवारों में होती है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और गुरु गोरक्षनाथ मंदिर से व्यक्तिगत लगाव इस परिवार का है इसलिए सीपी चंद ज्यादा रोक नहीं पाए और अंततः अपने पुराने घर में वापस आ गए, सीपी चंद जी की दोस्ती मित्रता सोसाइटी उच्च घरानों में है अन्य दलों के बड़े नेताओं से भी इनकी अच्छी पहचान है इन्हे राजनीति का ककहरा अपने स्वर्गीय पिता से सीखने को मिला, इनके पिता स्वर्गीय मार्कंडेय चंद जी कद्दावर नेताओं में थे उत्तर प्रदेश सरकार में कई विभागों के मंत्री भी रहे गोरखपुर सहित आसपास के कई जिलों में इनकी अच्छी और मजबूत पकड़ रही इन सब का लाभ सीपी चंद को जरूर मिलेगा।हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला चीफ ब्यूरो धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव