179 थानों में 1लाख गाड़ियां होंगी नीलाम एडीजी
गोरखपुर जोन के थानों में मुकदमे में सिज हुई गाड़ियां रखी रखी सड़ रही हैं। इन गाड़ियों में कई ऐसी गाड़ियां हैं जिनके मुकदमे का निस्तारण हो चुका है ।लेकिन गाड़ियां रिलीज नहीं हुई है। जिससे कई नई नई गाड़ियां कबाड़ बन चुकी हैं। देखा जाए तो कई थानों में भी 20 साल से कई ऐसे गाड़ियां पड़ी हुई है। इसको मद्देनजर रखते हुए एडीजी जोन ने एक प्लान तैयार किया है। और थानों से एक सूची बनाकर रिपोर्ट मांगी है। उनके द्वारा एक स्पेशल टीम बनाकर गाड़ियों को नीलाम कर उसका निस्तारण कराया जाएगा।
पहले हेड मुहर्रिर मुकदमों की स्थित का करें अवलोकन
मुकदमे से संबंधित गाड़ियों का थाने के हेड मुहर्रिर पहले मुकदमे की स्थिति का आकलन करेंगे। वह क्या पता करेंगे कि मुकदमा अंडर ट्रायल है कि निस्तारण को किया जा चुका है। निस्तारित मुकदमों की सूची बनाई जाएगी वह उससे संबंधित गाड़ीयो जब तुम आलू की सूची बनाई जाएगी। इस सूची को जिले के एसएसपी को भेजा जाएगा। वहीं पर जिला स्तर पर एडिशनल एसपी वासियों के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनेगी जो प्राप्त सूची के आधार पर लावारिस मिली गाड़ियों या माल की नीलामी कराएगी साथ ही अगर शराब आदि होगा तो उसे निस्तारित करायेगी। हालांकि कई बार ऐसी शिकायत आ चुकी है कि जब तक गाड़ियों से थानेदार वह पुलिसकर्मी चलते हैं ऐसी शिकायत एक बार खोराबार वह एक बार सहजनवा पुलिस से आई थी वहीं से इन गाड़ियों कि थाने में अब जगह भी नहीं बची है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस लाइन में याड बनवाया गया। यार्ड में कैंटर कोतवाली थानों की गाड़ियों को भेज कर रख पाया जाता है लेकिन फिर भी योजना कारगर नहीं हो पाई। एडीजी द्वारा अभी कुछ दिन पहले कैंट थाने का निरीक्षण किया गया जहां उन्होंने लावारिस पड़ी गाड़ियों की हालत देखी जिसके बाद उन्होंने या प्लान बनाया कि जल्द ही इसे जमीनी स्तर पर लागू किया जाए जिससे थानों में जगह की कमी नहीं होगी। हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला चीफ ब्यूरो धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव