हम भारती न्यूज़
जिला संवाददाता नीलम यादव इटावा
करोड़ों की लागत से 13 शौचालय बनाए गए थे, ताकि आम लोगों को राहत मिले
: इटावा जसवंत नगर पालिका प्रशासन द्वारा करोड़ों की लागत से बने सार्वजनिक शौचालयों की हालत रखरखाव के अभाव व कईयो पर ताला लटका हुआ है, जबकि 4 साल पहले ही इन शौचालयों का निर्माण पूरा हो चुका है. ऐसे में इस सबके पीछे बड़े घोटाले की संभावना जताई जा रही है.
13 सामुदायिक शौचालय का हुआ निर्माण
नगर क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के तहत 13 सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया. 4 साल पहले ही शौचालयों का काम पूरा हो चुका था। लेकिन दो चार को छोड़कर अब तक चालू नहीं किए गए हैं। जबकि इस सभी की हालत कंडम होकर जर्जर हो चुकी है।
खेत व सूनसान वाले इलाके में शौचालय निर्माण।
शौचालय बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य भीड़-भाड़ इलाकों में शौच की समुचित व्यवस्था करना था। लेकिन पालिका प्रशासन की मनमानी व मोटी धनराशि डकारने के लिए खेत व बंद स्थानों सहित निजी लाभ के लिए शौचालय निर्माण किये गए हैं। इन सार्वजनिक शौचालय में आधे से अधिक अभी तक प्रयोग ही नही हुए और जर्जर होकर सफेद हाथी बने हुए हैं। जसवंतनगर नगर परिषद क्षेत्र के कचौरा मार्ग भोगनीपुर नहर पुल समीप और सैफ़ई मार्ग, नवीन गल्ला मंडी, अहीर टोला शिव मंदिर व फक्कड़पुरा पानी की टँकी समीप, कटरा मोहल्ला, थाना परिसर, मिडिल स्कूल, कंजड़ कालोनी, सीएचसी परिसर, कैस्त धर्मशाला व ओवरब्रिज सहित 13 स्थानों पर शौचालय बनाए गए. तकरीबन एक करोड़ की लागत से ये शौचालय बनाए गए लेकिन इनके की हालत जर्जर व बंद होने की वजह से लोग खुले में शौच जाने पर मजबूर हैं।