हम भारती न्यूज से
गोरखपुर जिला ब्यूरो चीफ
धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
प्रकाशनार्थ
व्यक्ति नहीं आदर्श का नाम है कर्पूरी : विनय
24 जनवरी 2022, गोरखपुर।
ऑल इंडिया महापद्मनंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोसिएशन जिला इकाई गोरखपुर के तत्वावधान में भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, शिक्षक,समाजवाद के पुरोधा, शोषितों, दलितों, अति पिछड़ों के मसीहा, संघर्ष के पर्याय, जन जन के नायक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रहें जननायक स्व. कर्पूरी ठाकुर जी की 98 वीं जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई।
बतौर मुख्य अतिथि एसोसिएशन के फाउंडर मेंबर उमेश शर्मा नंद ने कर्पूरी जी को संघर्ष का पर्याय बताते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के एक गांव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में नाई जाति में हुआ था। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए थे।
जिलाध्यक्ष आर डी नंद ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी लालू प्रसाद यादव, नितीश कुमार, राम विलास पासवान और सुशील कुमार मोदी के राजनीतिक गुरु । उन्होंने बिहार में पिछड़ा वर्ग के लोगों को
सरकारी नौकरी में आरक्षण की व्यवस्था 1977 में की ।
अध्यक्षता करते हुए मंडल अध्यक्ष विनय कुमार शर्मा नंद ने कहा कि
कर्पूरी ठाकुर के मुख्यमंत्री रहते हुए ही बिहार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण लागू करने वाला देश का पहला सूबा बना था। देखा जाए तो यही वह खूबी थी जिसके चलते बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के नाम के आगे जननायक की उपाधि जुड़ी। उनका नाम उन महान समाजवादी नेताओं की पांत में आता है जिन्होंने निजी और सार्वजनिक जीवन, दोनों में आचरण के ऊंचे मानदंड स्थापित किए थे। कर्पूरी ठाकुर एक व्यक्ति नहीं आदर्श का नाम है। उनके सिद्धांतों पर चलकर ही हम सच्चे राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। सादगी, ईमानदारी और कर्तव्य परायणता उनके व्यक्तित्व की पहचान रही। आधुनिक समाज में कर्पूरी ठाकुर जैसे व्यक्तित्व की प्रबल आवश्यकता है।
इस अवसर पर बैजनाथ शर्मा नंद, अशोक शर्मा, देवी प्रसाद शर्मा, लक्ष्मण शर्मा, रामाश्रय शर्मा, बचऊ शर्मा, राजेश शर्मा, सुरेंद्र शर्मा,उमेश शर्मा, पृथ्वीराज नंद देवेंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहें।
भवदीय
देवेंद्र शर्मा नंद
मीडिया प्रभारी, गोरखपुर
मो. नं. 7238000038।