संवाददाता हम भारती न्यूज़
अज़हर शेख , मुम्बई महाराष्ट्र
वीवीसीएमसी की अभय योजना अमीरों या गरीबों के लिए? : मनोज बारोट
वसई : - वसई विरार मनपा ने अभय योजना 2021-22 को 14 मार्च से 31 मार्च 2022 के समय सीमा के साथ चालू की है. इसपर भाजपा वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने मनपा प्रशासन का आभार व्यक्त किया है. लेकिन उन्होंने मनपा आयुक्त से कड़ा सवाल पूछते हुए कहा कि आख़िर यह योजना किस के लिए है? बारोट ने कहा कि अभय योजना शुरू होने से पहले यानी की 14 मार्च तक मनपा प्रशासन ने करीबन 297 करोड़ संपति कर वसूला है। जिसमे बड़ी मात्रा में गरीबों से जबरन घर से बाहर निकाल कर की वसूली की गई है। जो लोग संपति कर नही भर पाए ऐसे 5700 लोगों की संपति मनपा ने ज़ब्त की है. उनका का मानना है कि अब मनपा का जो संपति कर बकाया होगा उसमें से ज्यादातर बकाया बड़े-बड़े राजकीय नेताओ और अमीरों से ही वसूलना बाकी होगा. ऐसे में सरकारी योजनाएं गरीबों के लिए बनाई जाती है न की अमीरों के लिए ? लेकिन वसई विरार की महानगरपालिका यह अभय योजना गरीबों के लिए नही बल्कि अमीरों के लिए लागू की है, ऐसा प्रतीत हो रहा है. बारोट ने बताया की सही मायने में ऐसी योजना दिसंबर में लागू करनी चाहिए थी ताकि इसका फायदा ज्यादा से ज्यादा गरीब और जरुरतमंदों को मिल सकें। साथ ही उन्होंने यह भी बताया की मनपा इस तरह की योजना मार्च में लागू करेगी तो आनेवाले समय में लोग मार्च तक मनपा का बकाया भी नही चुकाएंगे और उसका खामियाजा कहीं ना कहीं मनपा को आनेवाले समय में चुकाना पड़ सकता है. इसलिए इस मामले में मनोज बारोट ने मनपा आयुक्त से लिखित पत्र देकर यह मांग की है कि जिन गरीबों से जबरन संपति कर वसूल गया है ऐसे गरीबों को इस योजना में समाविष्ट किया जाए और जिन गरीबों से जबरन कर वसूला गया है वो उन्हें वापस किया जाए या अगले साल चुकानेवाली संपति कर में जमा किया अन्यथा इसे गरीबों की लूट और अमीरों की तिजोरी को लाभ पहुंचाने की योजना मानी जायेगी. यदि ऐसा नहीं होता है तो गरीबों से हो रही लूट रोकने के लिए भाजपा जनजागृति अभियान कर के जनांदोलन करेगी.