झारखंड सरकार का जयघोष पुरानी पेंशन किया बहाल उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश सरकार भी शीघ्र बहाल करें पुरानी पेंशन रुपेश
यदि कर्मचारियों को पुरानी पेंशन नहीं तो माननीय की भी बंद हो पुरानी पेंशन—गोविंद जी
राजनीतिक जनसेवा है, आमदनी का जरिया नहीं— मदनमुरारी
हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर 27 जून झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल किए जाने पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद गोरखपुर में हर्ष जताया है, परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा झारखंड सरकार अपने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली का जयघोष किया है, उत्तर प्रदेश समेत अन्य भाजपा शासित राज्य भी शीघ्र की घोषणा करें अन्यथा यह साबित हो जाएगा कि भाजपा शासित सरकारें कर्मचारी विरोधी हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा की भारत में ब्रिटिश शासन के समय से ही कर्मचारियों को पेंशन की व्यवस्था रही है, जबकि माननीय को वेतन और पेंशन देने की कोई संवैधानिक व्यवस्था नहीं थी इसे बाद में संशोधन के जरिए लाया गया अब जबकि कांग्रेश शासित कई प्रदेशों की सरकारें पुरानी पेंशन की घोषणा कर चुकी हैं तो मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह निवेदन करूंगा कि आप शीघ्र ही उत्तर प्रदेश में भी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करें ताकि कर्मचारियों का विश्वास भी आपके साथ जुड़े और सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का सपना साकार हो।
मंडलीय अध्यक्ष गोविंद जी ने कहा कि सरकार शीघ्र पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करे और अगर इसमें कोई अड़चन है तो माननीयों की भी पुरानी पेंशन बंद कर एनपीएस के दायरे में लाया जाए।
उपाध्यक्ष मदन मुरारी शुक्ला ने कहा कि राजनीति सेवा भाव है आमदनी का जरिया नहीं है,उन्होंने कहा कि झारखंड के सोरेन सरकार द्वारा पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली की घोषणा कर्मचारी के हित में मील का पत्थर साबित होगी क्योंकि पेंशन बुढ़ापे का निवाला है इसके बिना बुढ़ापा मे दुर्दिन देखना पड़ सकता है मैं सोरेन सरकार को इस कार्य के लिए हृदय से बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी शीघ्र ही पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करेगी।
झारखंड सरकार की घोषणा से हर्ष व्यक्त करने बालों में श्री रुपेश कुमार श्रीवास्तव,अश्वनी श्रीवास्तव, वरूण बैरागी, मदन मुरारी, बंटी श्रीवास्तव,शब्बीर अली, अनूप कुमार, बृजेश कुमार, इजहार अली जयराम गुप्ता कृष्ण मोहन पांडे कृष्ण मोहन गुप्ता पृथ्वीनाथ गुप्ता,राजेश सिंह,डीके सिंह, एके मौर्य, फूलचंद मौर्य, योगेंद्र चौबे निसार अहमद रामधनी पासवान, सूर्यवेद यादव, आदि मौजूद रहे।