विकलांग सर्टिफिकेट के नाम पर विकलांगों का जिला अस्पताल में हो रहा है शोषण- सिंघानिया
हम भारती न्यूज से गोरखपुर मण्डल ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर।चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया ने कहा कि मुझे जिला अस्पताल से कुछ विकलांगों द्वारा फोन किया गया कि वह सुबह 10:00 बजे से मौजूद है परंतु विकलांग बोर्ड के नाम पर सर्टिफिकेट या रिनिवल कराने के लिए फार्म पर अवैध वसूली ₹20 से ₹50 तक की की जा रही है वही डॉक्टर कोई भी समय सीमा पर विकलांग बोर्ड में मौजूद नहीं है जबकि विकलांग बोर्ड के बैठने का दिन सोमवार एवं बृहस्पतिवार निर्धारित है जिसमें विकलांगों के सर्टिफिकेट के साथ विकलांगों के पूर्व के ऑफलाइन सर्टिफिकेट ऑनलाइन करने की व्यवस्था की गई है जिस पर भी खुलेआम विकलांगों का शोषण हो रहा है जिस के संबंध में जिला चिकित्सालय के न्यू ओपीडी वार्ड मैं पहुंचा तो देखकर दंग रह गया कि वहां विकलांगों के बैठने की सुचारू व्यवस्था जहां नदारद थी वहीं पानी पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी जबकि विकलांग सर्टिफिकेट के नाम पर खुलेआम रेलवे फार्म पर वसूली की जा रही थी दस बजे से इन्तजार के बाद हड्डी विभाग के डाक्टर दो बज कर आठ मिनट पर पहुंचते हैं बोर्ड के नाम पर एक हड्डी के डाक्टर अलग आंख के डॉक्टर अलग समय पर अलग जगह अन्य सम्बन्धित डाक्टर भी अन्य समय अन्य जगह देख कर मैं अचंभित रह गया जबकि विकलांग बोर्ड में शामिल सभी डॉक्टरों को बोर्ड के साथ सीएमओ को भी रहना अनिवार्य है जैसा कि पूर्व में होता रहा है, विकलांग बोर्ड में आज जहां एक साथ एक समय कोई भी डाक्टर नजर नहीं आया वहीं विकलांगों को जांच के नाम पर पुनः दोडने पर मजबूर किया गया यही नहीं डॉक्टर के रूम के बाहर ही मौजूद दलालों द्वारा 10000 पर तत्काल सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने की बात की जानकारी सीएमओ सहित उच्च अधिकारियों एवं वहां के स्टाफ को दी गई परंतु कार्रवाई की जगह टालमटोल की नीति अपनाई गई जबकि गोरखपुर में मोबाइल विकलांग आयोग ने साफ और स्पष्ट तौर पर विकलांगों के सर्टिफिकेट शीघ्र बनाने के निर्देश दिए गए थे वहीं शासन द्वारा दो दिन विकलांग बोर्ड का समय सोमवार एवं बृहस्पतिवार निर्धारित है उसकी भी धज्जियां खुले आम उड़ाई जा रही है सिंघानिया ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अवगत कराते हुए विकलांगों के साथ जिला चिकित्सालय के व्यवहार पर दुःख व्यक्त करते हुए समुचित न्याय संगत विकलांगों के हित में विकलांग बोर्ड में सर्टिफिकेट हेतु विकलांग बोर्ड में समय सीमा के अन्दर सम्बन्धित डाक्टर की पूरी टीम के साथ अगर कोई जांच की आवश्यकता हो तो उसी समय जांच सहीत सभी की व्यवस्था होने के साथ विकलांगों के बैठने पीने के पानी की समुचित व्यवस्था करने की गुहार लगाई गई है विकलांगों को फार्म फ्री में उपलब्ध कराने दलालों एवं फार्म बेचने वालों पर जिला अस्पताल के पास से दूर करने की व्यवस्था कराने की भी गुहार लगाई गई है सिंघानिया ने विकलांगों को सर्टिफिकेट शीघ्र अति शीघ्र उपलब्ध कराने के नाम पर दलालों द्वारा 10000 की जो मांग की जा रही है उस पर पैनी नजर रखते हुए ऐसे लोगों के मंसूबों को नाकाम करते हुए विकलांगों के सर्टिफिकेट के नाम पर हर तरह का उत्पीड़न को रोकने के साथ कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग की गई है।