पाक्सो एक्ट के आरोपी की हाई स्कूल की टीसी जांच में निकली फर्जी, दुष्कर्म के मामले में न्यायालय ने की 10 साल की सजा
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास खबर
महराजगंज श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र में नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म कांड का मुख्य आरोपी उस्मान अली फर्जी टीसी लगाकर हाईस्कूल परीक्षा उत्तीर्ण किया था। हाईस्कूल का अंक पत्र लगाकर आरोपी खुद को नाबालिग साबित करना चाहता था, लेकिन न्यायालय ने जब उसके पत्रावली की जांच कराई तो उसका टीसी फर्जी निकला।
घुघली क्षेत्र के जिस विद्यालय से आरोपी ने टीसी बनवाया था उस विद्यालय ने लिखित रूप से यह कह दिया है कि टीसी फर्जी है, जबकि परतावल क्षेत्र के जिस विद्यालय में आरोपी ने पढ़ाई किया था। उस विद्यालय ने उसके बालिग होने की पुष्टि की है। इसी आधार पर विशेष न्यायालय पाक्सो ने आरोपी की याचिका खारिज कर दी।
बता दें कि बीते वर्ष 7 दिसंबर को सीएचसी परतावल में एक 14 वर्षीय बालिका को भर्ती कराया गया था। वह कोई जहरीला पदार्थ खा ली थी। इलाज में सुधार के बाद उसकी जान बची। जहरीला पदार्थ खाने की वजह की जांच में जो बात सामने आई वह हैरान करने वाली थी। पीड़िता के अनुसार तीन माह पहले गांव के ही उस्मान नाम का एक युवक उसके साथ दुष्कर्म कर उसका अश्लील वीडियो बना लिया। आरोपी उस्मान ने वह वीडियो अपने दोस्त वाहिद को दे दिया। इसके बाद वाहिद भी बालिका को वीडियो काल कर ब्लैकमेल करने लगा। आरोप यह भी है कि उसने अश्लील वीडियो वायरल कर दिया। बेटी का अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद उसकी मां बेहोश हो गई। बाद में बालिका ने भी जहर खा लिया। पीड़िता की मां के तहरीर पर इस मामले में केस दर्ज हुआ और आरोपी उस्मान की गिरफ्तारी हुई थी।