बीरगंज में बंद पड़े कृषि यंत्र कारखाने के जिर्णोद्धार के लिए पूरे देश में किताबें बेच रहे हैं वैज्ञानिक महाबीर पुन
चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा महाबीर पुन का भैरहवा के बुद्ध चौक पर किया गया जोरदार स्वागत
28 जिलों में अब तक बिक चुकी हैं 80 हजार किताबें
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास खबर
भैरहवा नेपाल महराजगंज नेपाल के बीरगंज में वर्षो से बन्द पड़ी एक कृषि यंत्र कारखाने के जिर्णोद्धार के लिए महबीर पुन नाम का एक नेपाली वैज्ञानिक व समाजसेवी पूरे नेपाल में घूम-घूम कर किताबें बेच रहा है। अब तक यह वैज्ञानिक 28 जिलों में 80 हजार किताबें बेच चुका है। अभी 49 जिलों में इस वैज्ञानिक का दौरा आगे चलने वाला है।
आज इस वैज्ञानिक के भैरहवा पहुंचने पर चेंबर ऑफ कॉमर्स भैरहवा के पदाधिकारियों और सदस्यों ने बुद्ध चौक पर बुकें भेंटकर और फूल माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया।
अपने स्वागत से अभिभूत वैज्ञानिक महाबीर पुन ने कहा कि वह वैज्ञानिक के साथ-साथ एक समाजसेवी भी हैं। वह कहते हैं कि हम नेपाल के युवाओं की सोच बदलने के लिए पूरे नेपाल का दौरा करने निकले हैं। मेरा उद्देश्य देश की आर्थिक व्यवस्था को ठीक करना है। मेरा उद्देश्य नेपाल के बीरगंज में वर्षो से बन्द पड़े कृषि यंत्र कारखाने को चलाने की है इसी लिए मैं पूरे देश में किताबें बेचने के लिए निकला हूं। एक किताब की कीमत 750 नेपाली रूपए है जिसे लोग खरीदने के बेहद उत्साहित है। उनका कहना है कि वह देश के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं।
इस अवसर पर चेंबर ऑफ कॉमर्स भैरहवा के अध्यक्ष दर्पण श्रेष्ठ, लक्ष्मी अधिकारी महासचिव, नारायण भंडारी पूर्व अध्यक्ष, सचिव रोक्का, होटल व रेस्टोरेंट संगठन, आस्था महिला उद्यमी संघ समेत नगर के बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों ने सहयोग किया। इतना ही नहीं सभी ने बुकें भी क्रय किया। अभी तक लगभग 28 जिलों 80 हजार बुकें बेच चुके हैं। एक बुक की कीमत 750 रूपए नेपाली है। अभी बाकी बचे 49 जिलों में महाबीर पुन का दौरा जारी रहेगा।