टाई-चश्मा और वाइट थ्री पीस के शौकीन, बाबा की खुद की ब्लैक वर्दी फौज
साकार हरि उर्फ भोले बाबा का मॉडर्न अंदाज
यौन शोषण जैसे संगीन अपराधों का बादशाह बाबा कई बार जा चुका जेल
सिस्टम ढीला बाबा फरार कहां गया बाबा
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास खबर
एटा/हाथरस भोले बाबा के नाम से विख्यात नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल जाटव उत्तर प्रदेश पुलिस में 18 साल नौकरी कर चुके हैं. उन्होंने विभाग के गुप्तचर ब्यूरो और तमाम थानों में सेवाएं दीं. फिर करीब 26 साल पहले वीआरएस लेकर पत्नी के संग सत्संग शुरू कर दिया.
उत्तर प्रदेश के हाथरस की भगदड़ में 121 मौतों के बाद नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा चर्चा में हैं. भोले बाबा का असल नाम सूरज पाल सिंह जाटव है. यूपी के एटा जिला निवासी भोले बाबा अपने सत्संग के अलावा अजब-गजब अंदाज के चलते भी सुर्खियों में रहते हैं. बाबा किन्हीं अन्य साधु संतों की तरह गेरुआ वस्त्र धारण नहीं करते और न ही किसी भगवान की तस्वीर अपने कार्यक्रमों में लगाते. साकार हरि अपने प्रवचनों में सफेद थ्री पीस सूट-बूट और महंगे चश्मे में दिखते हैं. बाबा के पास लगजरी कारों का काफिला है और खुद की वर्दीधारी फौज भी है. इस लंबी चौड़ी फौज को आश्रम के सेवादार कहा जाता है.
यौन शोषण में जेल नौकरी से बर्खास्त फिर नाम और पहचान को बदला
एटा जिले के बहादुर नगरी गांव का रहने वाला ढोंगी बाबा शुरुआती पढ़ाई एटा जिले में हुई बचपन में पिता के साथ खेती किस एक हाथ बताता था पढ़ाई के बाद यूपी में नौकरी लग गई यूपी में 12 स्थान के अलावा इंटेलिजेंस यूनिट में रही तैनाती यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी के दौरान 28 साल पहले सूरजपाल इटावा में भी पोस्टेड रहे नौकरी के दौरान उनके खिलाफ एवं शोषण का मुकदमा दर्ज होने के बाद उसे पुलिस विभाग से बर्खास्त किया गया जेल से छूटने के बाद उसने अपना नाम हरि उर्फ साकार विश्व हरि रख लिया और उपदेश बन गया लोग उसे भोले बाबा कहने लगे जब भोले बाबा के भेष में बैठा साकार विश्व हरि तो क्यों नहीं रोक पाया मौत के मंजर को भगवान की उपाधि लेकर के कई प्रदेशों में अंधकार में जनता को झोंकने का करता है काम ढोंगी बाबा से राम बचाए
संत परमहंस आश्रम अमेठी के पीठाधीश्वर अभय चैतन्य ब्रह्मचारी मौनी महाराज ने बाबा पर लगा एक गंभीर आरोप
हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ में सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौत पर संत परमहंस आश्रम अमेठी के पीठाधीश्वर अभय चैतन्य ब्रह्मचारी मौनी महाराज ने गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि इस हृदय विदारक घटना में सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान चली गई. मौनी महाराज ने इस हादसे की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.
उन्होंने भोले बाबा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं. मौनी महाराज ने कहा है कि भोले बाबा को कई सफेदपोश नेताओं का संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने कहा कि भोले बाबा की भी जांच होनी चाहिए और उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. मौनी महाराज के मुताबिक भोले बाबा का वास्तविक नाम सूरजपाल है जो कि पुलिस में नौकरी करता था. उनके मुताबिक यौन शोषण के आरोप में बर्खास्त होने के बाद उसने अपना नाम और पहचान बदलकर साकार नारायण हरि रख लिया. उसके खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. हाथरस प्रकरण पर मोनी महाराज ने कहा भोले बाबा सहित सेवा तारों को कठोर कार्रवाई कर जेल भेजना चाहिए
सरकार क्यों बचा रही तथाकथित ढोंगी बाबा
बाबा सरकार क्या उत्तर प्रदेश में बाबा पर मेहरबान दिख रही है,अ0प0स0-0427 धारा-105,110,126(2),223,238बीएनएस में दर्ज हुई है,जिसमें तथाकथित ढोंगी बाबा का नाम एफआईआर में दर्ज नही कराया गया है, इससे साफ स्पष्ट है,सईया भये कोतवाल डर काई को होय,जब बाबा सरकार चल रही है, तो तथाकथित बाबा को भी लाभ पहुंचाने का काम जिला प्रशासन हाथरस कर रहा है,
ढोंगी बाबा का आतंक चरम सीमा तक
भोले बाबा आसाराम बापू राम रहीम ऐसे संतों पर कार्यवाही होनी चाहिए एक ढोगी है सरकार कार्यवाही नहीं कर पाती क्यों एक वोट बैंक साधने के चक्कर में किसी आदमी से एक आदमी मर जाए अगर कोर्ट मे सबूत सही होने पर कम से कम 20 साल सजा होती है यह बाबा तो 100 200 आदमी की मौत का जिम्मेदार है सरकार को इस पर कार्यवाही करनी चाहिए
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की ढोंगी बाबा के सत्संग में लगा चुके हाजिरी
ढोंगी बाबा का कनेक्शन सियासत में भी है कुछ मौके पर यूपी के कई बड़े नेताओं को उनके मंच पर देखा उसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जनवरी 2023 में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया लिखा नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा सदा के लिए जय जयकार हो।
हाथरस में त्राहि-त्राहि मची अफरातफरी में आस पास के जिलों के सरकारी अस्पताल की पोल खुलकर रख गई
हाथरस में त्राहि-त्राहि क्या मची अफरातफरी में सरकारी अस्पताल की पोल खुल कर आ गई, जहां एक तरफा डिप्टी मुख्य मंत्री स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा लिए बैठे और खुद की पीठ थपथपाई लेते हैं, कागजों में सरकारी अस्पताल नम्बर एक पर उत्तरप्रदेश राज्य में है, जमीनी हकीकत की बात करें तो कलई खुद खुल गई है, हाथरस में हाहाकार क्या मची अफरातफरी में भगदड़ में दवे कुचले लोगों को सरकारी अस्पताल में ओक्सीजन न मिलने से इतनी मौतें हुई है,जिसका सीधा असर त्राहि-त्राहि कर संत सरकार पर पड़ रहा है, स्वास्थ्य मंत्रालय से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा सौंप देना चाहिए,
कौन है वो बाबा, जिसके सत्संग के दौरान हुआ दर्दनाक हादसा; सरकारी नौकरी छोड़कर बना कथावाचक; हादसे के बाद से फरार
हाथरस में सत्संग के दौरान हुए दर्दनाक हादसे के बाद यह सवाल हर किसी के जहन में है कि आखिर वह बाबा कौन है कि जिसके कार्यक्रम में इतने बड़े पैमाने में लोग जुटे और हादसे के शिकार हो गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सत्संग कार्यक्रम साकार विश्व हरि भोले बाबा का हो रहा था, अनुयायी इन्हें भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे के बाद से बाबा की कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
तैनाती के दौरान सत्संग शुरू किया। कुछ समय बाद नौकरी से त्यागपत्र देकर सूरज पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए। पटियाली में अपना आश्रम बनाया। गरीब और वंचित समाज में तेजी से प्रभाव बनाने वाले भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है।