घर से निकलने का रास्ता रोक रहे पड़ोसी, विगत दो वर्षों से न्याय की गुहार लगा रही ये महिला
एस डी एम के आदेश का भी अवहेलना करते हैं तहसील के अधिकारी
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास खबर
खजनी गोरखपुर समस्याओं से पीड़ित लोग अपने हक़ के लिए अधिकारियों से गुहार लगाते हैं। बड़े और संवेदनशील अधिकारियों द्वारा तत्काल उनकी समस्या के समाधान हेतु अधिनस्थ अधिकारियों को आदेशित किया जाता है, किंतु लापरवाह अधिकारी आदेश नहीं मानते। ऐसा ही मामला खजनी तहसील के लालमनपुरा गांव की निवासी महिलाओं शालू विश्वकर्मा और सुनीता यादव का है। जिन्हें उनके पड़ोसी सोमनाथ यादव अपने घरों से बाहर निकलने का रास्ता नहीं दे रहें। सार्वजनिक रास्ते में दीवार बना कर, नाबदान का गंदा पानी बहा कर तथा अपने पशुओं गाय, भैंस, घोड़ा बांधकर पड़ोसियों को घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं।
पीड़ित महिलाएं बीते 2 वर्षों से सीएम योगी जनता दरबार से लगायत उप जिलाधिकारी खजनी से न्याय की गुहार लगा रही हैं। मामले में क्रमशः 13 जून और 19 जून को नायब तहसीलदार बेलघाट हरीश यादव की अध्यक्षता में राजस्व निरीक्षक देवनरायण मिश्रा लेखपाल राधेश्याम सिंह, संजय सिंह और मुनेंद्र कैम की संयुक्त टीम बना कर सिकरीगंज पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर समस्या का निस्तारण कराने का स्पष्ट आदेश दिया गया है। किंतु लापरवाह अधिकारी एसडीएम के आदेश को ताक पर रख कर टालमटोल कर रहे हैं। बीते 9 दिनों से महिलाएं रोज खजनी तहसील मुख्यालय का चक्कर लगा रही हैं। पीड़ित महिलाओं शालू विश्वकर्मा को अपनी 19 वर्ष पुरानी रजिस्ट्री बैनामे की जमीन में घर से बाहर निकलने का तथा सुनीता यादव को अपनी ही पैतृक जमीन में रास्ता नहीं मिल रहा है।
उक्त मामले में एसडीएम खजनी शिवम सिंह ने कहा कि आदेश की प्रति हमें व्हाट्स एप पर भेजें तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।