विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से बदलेगा दस्तकारों का जीवन
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
बस्ती दस दिवसीय विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का उद्घाटन जिला सिद्धार्थ नगर की मूर्ति देवी मंदिर महाविद्यालय में हुआ ।उद्घाटन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि फतेह बहादुर सिंह(सभासद नगर पालिका परिषद सिद्धार्थ नगर एवं महामंत्री भारतीय जनता पार्टी) एव विशिष्ट अतिथि धनंजय सहाय ( सभासद नगर पालिका परिषद सिद्धार्थनगर ) भगवान विश्वकर्मा का माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि फतेह बहादुर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के निपुण और कामगारों के हूनर को बढ़ावा देने के लिए सूबे की सरकार विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना चलाती है। इस योजना के अन्तर्गत राज्य सरकार ने नाई ,बुनकर ,लोहार, हलवाई,सोनार,बढ़ई , कुम्हार जैसे ,दस्तकारी जैसे पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया है। प्रशिक्षण के उपरांत उनके संबंधित ट्रेड से संबंधित टूल किट उपलब्ध कराया जायगा। सरकार की तरफ से समय-समय पर ऐसी योजनाएं चलाई जाती हैं, जिससे आम जनमानस को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल सके। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना इसी तत्वावधान में प्रारंभ की गई। प्रशिक्षण का पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाया जाता है। डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना, मुक्त ऋण प्रदान करना तथा वित्तीय सहायता प्रदान करना का इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। यह कार्यक्रम पूरी तरीके से निशुल्क है।
खादी ग्राम उद्योग के रामनिवास गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में मजदूरों और कामगारों की कमी नहीं है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण वे अपने कौशल को विकसित नहीं कर पा रहे हैं, और ना ही उद्योगों को शुरू कर पा रहे हैं।उत्तर प्रदेश की सरकार ने इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए और रोजगार की समस्या का समाधान करने के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना शुरू किया। यह योजना राज्य के श्रमिकों को विकसित करने के लिए और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए शुरू कीगई ।इस योजना के द्वारा बेरोजगारी की दर भी घटेगा और लोग अपने कौशल का उपयोग करके आत्मनिर्भर होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीधर पांडे ( सामाजिक प्रकोष्ठ भारतीय जनता पार्टी)ने किया।
सदम्य फाउंडेशन के डायरेक्टर ए. के.श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के द्वारा लोगों के रोजगार को बढ़ावा मिलता है और लोग आत्मनिर्भर होते है,बेरोजगारी भी घटती है। यह योजना 25 सितंबर से सिद्धार्थनगर जिले में प्रारंभ की गई,जो पूरी तरीके से निशुल्क है। इसमें प्रशिक्षण उपरांत टूल किट उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे लोगों की आजीविका में वृद्धि होगी। इस अवसर पर जिला उद्योग के ट्रेनर सरिता ,बृजनंदन त्रिपाठी, अंकित, नवीन , सुधीर सिंह, सुधा शर्मा एवं अन्य प्रशिक्षक उपस्थित थे।